जन-जागरण राजनीति

ये पब्लिक है सब जानती है।

आज हर व्यक्ति केवल भाई भतीजा वाद मे फस गया है, हर जगह केवल पैसा और सिफारिश का जमाना आगया हैं।दफ्तर हो या समाज व्यक्ति केवल आपना हित साधना चाहता है दूसरे के हित कि तो कोई सोचता हि नहीं है। इस तरह से हमारी राजनैतिक पार्टियाँ होगयी है। उन में भी जो लोग पार्टियों के लिये काम करते हैं उनको टिकट न दे कर किसी गाँड फादर के कहने पर उसके अमेरीका से पढ कर आये किसी नये लड्के को टिकट दे दिया जाता है। जो जनता को बरगाल कर चुनाव जीत जाता है।पर वह जानता के मध्य न रह कर अपने मे मस्त रहता है,उसे जानता की समस्या कि कोई जानकारी नही होती है।वह दूबारा अपना चेहरा पाँच साल बाद ही दिखाता है।आज राजनीति चन्द लोगो कि रखैल हो गयी है।राजनीति आज समाज सेवा नहीं वरन के व्यवसाय हो गयी लोगो ने इसे पैसा कामाने का जरिया हो गयी है।कोई भी व्यक्ति जिसके पास अपना एक भी मकान और वाहन नही. रहता है वह विधायक बनते ही दस दस घरो और चार्टर विमाने से उडने लगता है।सत्ता पक्ष हो या विपक्ष वह जनता को केवल वोट बैंक समक्षती है। उसी के लिये कभी किसी दलित के घर राहूल खायेगे तो मायावती कहेगी नाटक कर रहे है। इसी कारण भारत में तंत्र तो मजबूत हो रहा है पर लोक कमजोर हो रहा है. प्रतिव्यक्ति आय तो बड़ रही है पर उसके साथ हि गरीबी भी बड़ रही है।जनसंख्या तो बड़ रही है पर लिंगानुपात घट रहा है।देश मे किसी के पास चलने के लिये साइकिल भी नहीं है और किसी के पास दस दस कारे है। हर तरफ गरीबी बड़ रही है लोग भूख से मर रहे है किसान आत्म हत्या कर रहे है और हमारे सेवक कह रहे है आल इज वेल।

सरकारे भ्रष्टाचार का पोषण कर रही है और हर ओर भ्रष्टाचार का बोल- बाला है।हमारी सरकार केवल घोषणा कर के जनता को बरगला रही है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण हमारा उत्तर प्रदेश हि है। मायावती सरकार रोज नई घोषणा करती है पर केवल प्रेस के सामने और केवल कागजो पर ।शिक्षा का अधिकार लागू होने के बाद से सी टी.इ.टी,राजस्थान टी.इ.टी तथा कभी पिछ्डे राज्य मे गिना जाने वाला बिहार भी टी.इ.टी निकाल चुका है।पर हमारी सरकार केवल नये पद सृजित कर के जनता को बरगला रही उन्हे भरने का प्रयास नहीं केवल वही कार्य हो रहा है जिससे हमारे मन्त्रियों और अधिकारियो का पेट भर सक॥ सरकार को केवल वोट से मतलब है वह जनता के मध्य तभी आये गी।पर अन्त मे इतना ही कहना है जनता को बेकूफ न समझे जब वह तमाचा मारेगी तो आप लोगो कि सारी राजनीति हवा हो जायेगी और ३००से ३० पर भी ला सकती है।अन्त में इतना ही कहना हैं- सिहांसन खाली कर दो जनता आती है या कुछ कर के दिखवो ।झुठा वादा मत करो ये पब्लिक है सब जानती है।