बच्चों का पन्ना
December 16, 2012 / December 15, 2012 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a comment
हाथी मामा पहिन पजामा,
पहुंच गये स्कूल|
जैसे ही पढ़ने वह बैठे,
टूट गया स्टूल|
चित्त गिरे धरती पर मामा,
कुछ भी समझ न पाये|
पसर गये फिर धीरे धीरे,
पैरों को फैलाये|
जैसे तैसे दो चूहों ने,
मिलकर उन्हें उठाया|
गरम गरम काफी का प्याला,
लाकर एक पिलाया|