मनोरंजन महिला-जगत

2025 की चर्चित महिलाएँ: भारत की अग्रशक्ति

                            डॉ शिवानी कटारा                                                                                   

साल 2025 भारतीय महिलाओं के उदय, नेतृत्व, प्रतिभा और वैश्विक प्रभाव का अद्वितीय वर्ष रहा। राजनीति, प्रशासन, खेल, कला, साहित्य, विज्ञान और सामाजिक सेवा—हर क्षेत्र में महिलाओं ने ऐसी मिसालें कायम कीं, जिन्होंने राष्ट्र की दिशा और पहचान को नई ऊर्जा दी। यह वर्ष केवल उपलब्धियों का लेखा-जोखा नहीं, बल्कि यह प्रमाण भी है कि भारत की महिलाएँ अब केवल सहभागिता ही नहीं, बल्कि निर्णायक नेतृत्व की भूमिका में भी अग्रसर हैं।

राजनीति और सार्वजनिक नेतृत्व

रेखा गुप्ता

दिल्ली की मुख्यमंत्री और शालीमार बाग से विधायक श्रीमती रेखा गुप्ता (51 वर्ष) वर्ष 2025 की अत्यंत चर्चित राजनीतिक हस्तियों में रहीं। भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में उन्होंने संगठन को नई दिशा दी और दिल्ली के विकास एजेंडा में निर्णायक भूमिका निभाई। छात्र राजनीति से आरंभ हुआ उनका सफर—DUSU अध्यक्ष से लेकर नगर निगम की सफल पार्षद और फिर मुख्यमंत्री तक—उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और जनता-सेवा की निरंतर प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
AAS Foundation के माध्यम से वे शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक उत्थान के क्षेत्रों में लगातार सक्रिय रही हैं।

मैथिली ठाकुर

25 वर्षीय मैथिली ठाकुर ने युवा कला-साधना और राजनीति का अद्भुत संयोजन प्रस्तुत किया। बिहार की अलीनगर सीट से वे राज्य की सबसे युवा विधायक बनीं और 8,245 वोटों से जीत दर्ज की। भाजपा के युवा-केन्द्रित अभियान में उनकी सक्रिय एवं प्रभावी भागीदारी ने उन्हें व्यापक पहचान दिलाई। शास्त्रीय और लोक संगीत की लोकप्रिय कलाकार के रूप में उनके गीत सामाजिक मुद्दों को नई संवेदना देते रहे हैं। विधायक के रूप में, एनडीए की ‘मैय्या सम्मान’ योजना के प्रभावी क्रियान्वयन को उन्होंने अपनी प्राथमिकता बनाया है।

श्रेयसी सिंह

अर्जुन पुरस्कार विजेता अंतरराष्ट्रीय शूटर श्रेयसी सिंह ने जमुई सीट से भाजपा के टिकट पर 54,498 वोटों से जीतकर अपनी विरासत को आगे बढ़ाया। 20 नवंबर 2025 को उन्हें राज्य मंत्रिमंडल में शामिल किया गया और युवा मामलों का प्रभार सौंपा गया। रखी। वे पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व सांसद पुतुल कुमारी की पुत्री हैं। खेल एवं युवा विकास उनकी प्राथमिकताओं में रहे हैं, और वे प्रदेश में 50 ग्रामीण प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने की दिशा में कार्यरत हैं।

निर्मला सीतारमण

भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (66 वर्ष) 2025 में भी आर्थिक नेतृत्व की केंद्रीय आवाज़ रहीं। वैश्विक वित्तीय संस्थानों—G20, IMF और World Bank—पर उनकी प्रभावी उपस्थिति ने भारत को वैश्विक आर्थिक विमर्श में महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

साहित्य, कला, संगीत, सामाजिक कार्य और संस्कृति

शारदा सिन्हा (1 अक्टूबर 1952 – 5 नवम्बर 2024)

भारतीय लोकसंगीत की अमर स्वर-प्रतिभा श्रीमती शारदा सिन्हा (1952–2024) का प्रभाव 2025 में भी उतना ही प्रखर रहा। मैथिली, भोजपुरी और मगही गीतों की यह कोकिला छठ पूजा के गीतों से हर घर में सम्मानित है। 2025 में उन्हें मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया, जिसने उनके सांस्कृतिक योगदान की अमिट छाप को और गहरा कर दिया।

कुमुदिनी लाखिया (17 मई 1930 – 12 अप्रैल 2025)

कथक को आधुनिक विस्तार देने वाली श्रीमती कुमुदिनी लाखिया को 2025 में मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। उन्होंने कथक के एकल स्वरूप को समूह-नृत्य में परिवर्तित कर अद्वितीय सौंदर्य रचा। समकालीन विषय, सरल परिधान, और अभिव्यक्ति की मौलिकता उनके नृत्य की पहचान रही। उनकी संस्था ‘कदम स्कूल ऑफ डांस’ (अहमदाबाद) कथक की नई पीढ़ियों को निरंतर प्रेरित कर रही है।

साध्वी ऋतंभरा

उत्तर प्रदेश की प्रतिष्ठित आध्यात्मिक नेत्री साध्वी ऋतंभरा को 2025 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। वृंदावन स्थित वात्सल्य ग्राम और परमशक्ति पीठ के माध्यम से वे त्यागे गए बच्चों और परित्यक्त महिलाओं के पुनर्वास का अद्वितीय मॉडल प्रस्तुत करती हैं। श्रीराम मंदिर आंदोलन में उनकी प्रेरक भूमिका इतिहास के पन्नों में दर्ज है।

शोभना चंद्रकुमार

प्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना और कोरियोग्राफर श्रीमती शोभना चंद्रकुमार (जन्म 1970) को 2025 में पद्म भूषण प्राप्त हुआ। उनकी कोरियोग्राफी, नाट्य-रचनाएँ और मंच प्रस्तुति भारतीय शास्त्रीय नृत्य को समकालीन व्याख्याओं के साथ जोड़ती हैं। वे कला-साधना की अनुशासनयुक्त और उत्कृष्ट शिल्पकार हैं।

अश्विनी भिडे-देशपांडे

जयपुर-अतरौली घराने की प्रख्यात गायिका श्रीमती अश्विनी भिडे-देशपांडे को 2025 में पद्म श्री मिला। वे किशोरी आमोनकर की शिष्या और ठोस बंदिशकार हैं। उनकी रागरचना श्रृंखला संगीत-साधकों के लिए प्रेरणा है। भारत-विदेश में उनकी प्रस्तुतियाँ संगीत के उच्च धरातलों को स्पर्श करती हैं।

डॉ. नीरजा भटला

सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम एवं अनुसंधान में उल्लेखनीय योगदान देने वाली डॉ. नीरजा भटला को वर्ष 2025 में पद्म श्री मिला। AIIMS दिल्ली में उन्होंने एचपीवी परीक्षण, स्क्रीनिंग और स्वदेशी वैक्सीन निर्माण पर अग्रणी शोध किया। स्वास्थ्य नीति में उनका योगदान भारत में महिलाओं के स्वास्थ्य-सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर है।

बानू मुश्ताक

कर्नाटक की प्रतिष्ठित लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता बानू मुश्ताक (जन्म 1948) की लघुकथाओं का अंग्रेज़ी अनुवाद ‘Heart Lamp’ वर्ष 2025 के अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार से सम्मानित हुआ।
उनकी साहित्यिक रचनाएँ सामाजिक न्याय, स्त्री-स्वतंत्रता और अल्पसंख्यक अधिकारों पर केंद्रित हैं, जो आज के साहित्यिक विमर्श को समृद्ध कर रही हैं।

मानिका विश्वकर्मा

22 वर्षीय मानिका विश्वकर्मा, राजस्थान के श्रीगंगानगर से मिस यूनिवर्स इंडिया 2025 बनीं। थाईलैंड में आयोजित 74वीं मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व किया।

अनीत पड्डा

22 वर्षीय अभिनेत्री अनीत पड्डा ने 2025 में अपनी फिल्म Saiyaara से राष्ट्रीय लोकप्रियता अर्जित की। सलाम वेंकी और Big Girls Don’t Cry में उनकी भूमिका ने उन्हें युवा दर्शकों का प्रिय चेहरा बनाया।
उनकी यात्रा—अमृतसर से बॉलीवुड तक—नये ऊर्जावान अभिनय की मिसाल है।

खेल जगत की चमकती प्रतिभाएँ

हरमनप्रीत कौर

हरमनप्रीत कौर भुल्लर (जन्म: 8 मार्च 1989, मोगा, पंजाब) भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हैं। वे शीर्ष क्रम की बल्लेबाज़ और दाएँ हाथ की ऑफ-स्पिन गेंदबाज़ हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने 2025 महिला क्रिकेट विश्व कप जीता, जोकी ऐतिहासिक उपलब्धि है। हरमनप्रीत अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 8,000 से अधिक रन बना चुकी हैं।

स्मृति मंधाना

स्मृति मंधाना (जन्म: 18 जुलाई 1996, मुंबई) भारतीय महिला क्रिकेट टीम की प्रमुख बल्लेबाज़ हैं। उन्होंने आईसीसी महिला विश्व कप में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 88 गेंदों पर शानदार शतक जमाकर भारत को मजबूत स्थिति दिलाई। इस विश्व कप में वे 300 से अधिक रन बनाने वाली एकमात्र बल्लेबाज़ बनीं।

शैफाली वर्मा

शैफाली वर्मा (जन्म: 28 जनवरी 2004, हरियाणा) भारतीय महिला क्रिकेट टीम की आक्रामक बल्लेबाज़ हैं। वे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बनीं। शैफाली ने 15 वर्ष की आयु में अंतरराष्ट्रीय अर्धशतक लगाकर सचिन तेंदुलकर का 30 वर्ष पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। आईसीसी महिला विश्व कप फाइनल में भी उन्होंने सबसे कम उम्र में अर्धशतक जड़कर इतिहास रचा और ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ बनने वाली सबसे युवा क्रिकेटर बनीं।

दीप्ति शर्मा

दीप्ति भगवन शर्मा (जन्म: 24 अगस्त 1997) भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर और प्रतिभाशाली ऑलराउंडर हैं। वे बाएँ हाथ से बल्लेबाज़ी तथा दाएँ हाथ से ऑफ-ब्रेक गेंदबाज़ी करती हैं। घरेलू क्रिकेट में वे उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करती हैं और विमेंस प्रीमियर लीग में UP Warriorz की खिलाड़ी हैं। वर्ष 2025 में उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस में उप पुलिस अधीक्षक (DSP) नियुक्त किया गया।

2025 महिला क्रिकेट विश्व कप में वे प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बनीं, जहाँ उन्होंने 215 रन और 22 विकेट लेकर इतिहास रच दिया, और विश्व कप के एक ही संस्करण में 200 रन और 20 विकेट का डबल बनाने वाली पहली क्रिकेटर (पुरुष या महिला) बनीं।

निकहत जरीन

विश्व बॉक्सिंग कप 2025 में 51 किग्रा वर्ग का स्वर्ण पदक जीतकर निकहत ने अपने करियर को नई ऊँचाई पर पहुँचाया। उनकी जुझारू शैली और फुर्ती उन्हें भारत की शीर्ष मुक्केबाज़ों में शामिल करती है।

जैसमीन लँबोरिया

जैसमीन लँबोरिया, भिवानी (हरियाणा) की 24 वर्षीय स्टार मुक्केबाज़, ने भारत के लिए इतिहास रचते हुए विश्व मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप 2025 का खिताब जीता। 57 किलोग्राम फीदरवेट वर्ग में खेलते हुए जैसमीन ने पेरिस ओलंपिक की सिल्वर पदक विजेता पोलैंड की जूलिया जेरेमेटा को हराकर चैंपियन बनीं।

मीनाक्षी हुड्डा

हरियाणा के रोहतक की मीनाक्षी हुड्डा ने लिवरपूल में आयोजित 2025 विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। 48 किग्रा भारवर्ग में उन्होंने कई बार की विश्व चैंपियन और पेरिस ओलंपिक की कांस्य विजेता नाजिम काइजेबे को 4-1 से हराया। ऑटोरिक्शा चालक की बेटी मीनाक्षी ने कठिन परिस्थितियों के बावजूद विश्व विजेता बनने की अद्भुत यात्रा तय की।

नुपुर श्योराण

नुपुर श्योराण, हरियाणा के चरखी दादरी जिले के उमरवास गाँव की प्रतिभाशाली मुक्केबाज, ने कजाकिस्तान के अस्ताना में आयोजित वर्ल्ड बॉक्सिंग कप 2025 में स्वर्ण पदक जीतकर भारत को गौरवान्वित किया। फाइनल में उन्होंने कजाकिस्तान की मुक्केबाज को 5-0 से हराते हुए 80 किलोग्राम भार वर्ग में यह खिताब अपने नाम किया। नुपुर द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता स्वर्गीय कैप्टन हवा सिंह श्योराण की पोती हैं, जो स्वयं भारत के प्रसिद्ध हैवीवेट मुक्केबाज रहे हैं।

शीतल देवी

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में 2007 में जन्मी शीतल देवी का जन्म फोकोमेलिया नामक दुर्लभ स्थिति के साथ हुआ, जिसके कारण उनके हाथ विकसित नहीं हो सके। इस शारीरिक चुनौती के बावजूद उन्होंने अद्भुत साहस और प्रतिभा से तीरंदाजी में अपना स्थान बनाया। मात्र 18 वर्ष की उम्र में उन्होंने ग्वांग्जू, दक्षिण कोरिया में पैरा वर्ल्ड आर्चरी चैंपियनशिप में महिलाओं की कंपाउंड व्यक्तिगत श्रेणी का स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। विश्व नंबर-1 तुर्की की ओजनूर क्यूर गिर्डी को 146–143 से हराने वाली शीतल इस इवेंट की एकमात्र बिना हाथों वाली तीरंदाज थीं और यह उनका तीसरा पदक रहा।

आर. वैशाली

चेन्नई की आर वैशाली ने 2025 विश्व ब्लिट्ज शतरंज चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर भारतीय शतरंज को नई गति दी। वैशाली भारतीय ग्रैंड मास्टर रमेशबाबू प्रग्नानंदा की बड़ी बहन भी हैं, लेकिन अपनी अलग उपलब्धियों से पहचानी जाती हैं।

सिमरन शर्मा

जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, नई दिल्ली में आयोजित विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में जन्म से दृष्टिबाधित भारत की बेटी सिमरन शर्मा ने देश का नाम गौरवान्वित किया। 25 वर्षीय सिमरन, जो गाजियाबाद के मोदीनगर की रहने वाली हैं, ने अपने अद्भुत साहस और दृढ़ संकल्प से सभी चुनौतियों को पीछे छोड़ते हुए टी-12, 100 मीटर स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। 11.95 सेकंड का समय उनकी प्रतिभा और परिश्रम का प्रतीक है।

दीपिका गांवकर

कप्तान दीपिका गांवकर (दीपिका टी.सी.) के नेतृत्व में कोलंबो में आयोजित महिला ब्लाइंड टी20 विश्व कप 2025 में भारत ने इतिहास रचते हुए नेपाल को सात विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया। यह जीत टीम के अटूट विश्वास, निरंतर मेहनत और कठिन परिस्थितियों पर विजय पाने की अद्भुत क्षमता का प्रतीक है।

शर्वरी शेंडे

महाराष्ट्र की 16 वर्षीय तीरंदाज शर्वरी सोमनाथ शेंडे ने 2025 में भारत के लिए नया इतिहास रच दिया। कनाडा के विनिपेग में आयोजित विश्व युवा तीरंदाजी चैम्पियनशिप 2025 में उन्होंने महिला अंडर-18 रिकर्व व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। रोमांचक फाइनल मुकाबले में शर्वरी ने दक्षिण कोरिया की किम येवोन को 6-5 से हराते हुए खिताब अपने नाम किया।

सिमरनप्रीत कौर ब्रार

21 वर्षीय पंजाब के फ़रीदकोट की निशानेबाज़ सिमरनप्रीत कौर ब्रार ने दिसंबर 2025 में दोहा, क़तर में आयोजित ISSF वर्ल्ड कप फ़ाइनल की महिला 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता। निर्णायक क्षणों में उनका अदम्य आत्मविश्वास और सटीक निशाना ही उन्हें इस प्रतिष्ठित खिताब तक ले गया।

कॉर्पोरेट नेतृत्व और प्रशासन

रोशनी नादर मल्होत्रा

एचसीएल टेक्नोलॉजीज़ की चेयरपर्सन रोशनी नादर मल्होत्रा भारत की सबसे धनी महिला बनकर 2025 की सबसे प्रभावशाली कॉर्पोरेट नेताओं में शामिल हुईं। ₹2.84 लाख करोड़ की संपत्ति के साथ वे देश के शीर्ष तीन धनी व्यक्तियों में स्थान पाने वाली पहली महिला बनीं।
यह उपलब्धि भारतीय अर्थव्यवस्था में महिला नेतृत्व की बदलती दिशा का सशक्त प्रतीक है।

अनुराधा ठाकुर

हिमाचल प्रदेश कैडर की IAS अधिकारी अनुराधा ठाकुर 2025 में आर्थिक मामलों विभाग (DEA) की पहली महिला सचिव बनीं। SEBI की अंशकालिक सदस्य के रूप में भी उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही।
राजकोषीय नीति, अंतरराष्ट्रीय आर्थिक संवाद, सरकारी उधारी और भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग सुधार—इन सभी क्षेत्रों में उनका नेतृत्व 2025 की सबसे उल्लेखनीय प्रशासनिक उपलब्धियों में रहा।

सशक्त भविष्य की राह

साल 2025 प्रमाण है कि भारतीय महिलाएँ केवल अवसर प्राप्त नहीं कर रहीं, बल्कि अवसरों को उपलब्धियों में बदलने का सामर्थ्य भी रखती हैं। गाँव से लेकर वैश्विक मंच तक, खेल से लेकर प्रशासन तक, और कला से लेकर विज्ञान तक—हर क्षेत्र में उनका उभार भारत के भविष्य को नई दिशा दे रहा है। यह सभी महिलाओं की कहानियाँ केवल सफलता की गाथाएँ भर नहीं, बल्कि उदित होते नए भारत की वह प्रेरक पुकार हैं, जो आने वाली पीढ़ियों को साहस, संकल्प और सृजन का मार्ग दिखाती हैं।