कविता – नेता

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netajiजिनके पीछे
तुम भाग रहे हो
जिनके लिए
तुम कुछ भी करने को तैयार हो
क्या तुम्हें पता है
कि वो भी भाग रहा है
कि वो भी तैयार है
सभी कुछ करने को तत्पर ।

खुश हो रहे हो
तुम यही सोचकर
उसका भागना
और उसका त्याग
तुम्हारे लिए है
शायद तुम्हें नहीं दिख रहा
किन्तु वो देख रहा है
बिल्कुल साफ सा
कि तुम्हारे पीछे
उनकी कुर्सी जो छिपी है ।
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मोतीलाल
जन्म - 08.12.1962 शिक्षा - बीए. राँची विश्वविद्यालय । संप्रति - भारतीय रेल सेवा में कार्यरत । प्रकाशन - देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं लगभग 200 कविताएँ प्रकाशित यथा - गगनांचल, भाषा, साक्ष्य, मधुमति, अक्षरपर्व, तेवर, संदर्श, संवेद, अभिनव कदम, अलाव, आशय, पाठ, प्रसंग, बया, देशज, अक्षरा, साक्षात्कार, प्रेरणा, लोकमत, राजस्थान पत्रिका, हिन्दुस्तान, प्रभातखबर, नवज्योति, जनसत्ता, भास्कर आदि । मराठी में कुछ कविताएँ अनुदित । इप्टा से जुड़ाव । संपर्क - विद्युत लोको शेड, बंडामुंडा राउरकेला - 770032 ओडिशा

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