Skip to content Skip to footer
प्रवक्‍ता.कॉम – Pravakta.Com Logo
Menu
  • राजनीति
    • चुनाव
    • लोकसभा चुनाव
    • विधानसभा चुनाव
    • घोषणा-पत्र
    • चुनाव विश्‍लेषण
    • आंकडे
  • विश्ववार्ता
  • मनोरंजन
    • मनोरंजन
    • रेडियो
    • टेलिविज़न
    • सिनेमा
    • संगीत
    • खेल जगत
    • चुटकुले
    • कार्टून
  • मीडिया
  • साहित्‍य
    • लेख
    • कहानी
    • कविता
    • गजल
    • आलोचना
    • व्यंग्य
    • पुस्तक समीक्षा
  • विविधा
  • साक्षात्‍कार
  • न्यूज़
  • अन्य
    • आर्थिकी
    • समाज
    • कला-संस्कृति
    • धर्म-अध्यात्म
    • महिला-जगत
    • बच्चों का पन्ना
    • विधि-कानून
    • हिंद स्‍वराज
    • सार्थक पहल
    • खेत-खलिहान
    • जन-जागरण
    • विज्ञान
    • स्‍वास्‍थ्‍य-योग
    • सैर-सपाटा
    • खान-पान
    • वीडियो
    • वीडियो
    • पोल Archive

Tag: ऊर्ध्व उठ देख हैं प्रचुर पाते

दोहे

ऊर्ध्व उठ देख हैं प्रचुर पाते

April 27, 2020 / April 27, 2020 by गोपाल बघेल 'मधु' | Leave a Comment

ऊर्ध्व उठ देख हैं प्रचुर पाते, झाँक आवागमन बीच लेते; तलों के नीचे पर न तक पाते, रहा क्या छत के परे ना लखते ! छूट भी बहुत कुछ है जग जाता, मिलना नज़दीक से न हो पाता; भीड़ से वास्ता न बहु होता, रहा टक्कर का डर भी ना होता ! देख पाते हैं […]

Read more »

ऊर्ध्व उठ देख हैं प्रचुर पाते
Sidebar

Search Authors by Hindi Name

Loading...

  • हमारे बारे में
  • प्रवक्‍ता मण्डली
  • प्रवक्ता लेखक सूची
  • प्रवक्ता पर विज्ञापन
  • लेख भेजें
  • संपर्क
© 2025 प्रवक्‍ता.कॉम – Pravakta.Com