राजनीति एक पाती अन्ना काका के नाम January 15, 2014 / January 15, 2014 by विपिन किशोर सिन्हा | 4 Comments on एक पाती अन्ना काका के नाम पूजनीय काका, चरण-कमलों में सादर प्रणाम! आगे काका के मालूम हो कि ईहां का समाचार अच्छा है, हम राजी खुशी हैं। बस, ठंढिए कभी-कभी वाणप्रस्थी हडियन में समा जाती है। काका, तुम तो जानते ही हो कि अपनी दिहाड़ी की मज़दूरी से सिर्फ नून, तेल और लकड़ी का ही इन्तज़ाम हो पाता है। तोहार […] Read more » A letter to Anna एक पाती अन्ना काका के नाम