कविता आ गया पाक बिकने के कगार पर October 11, 2018 / October 11, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आ गया पाक बिकने के कगार पर भैसे बेच रहा है वह नीलाम करा कर जैस करनी वैसे भरनी ऐ इन्सान समझ ले अजहर भी आ गया है अब मौत के कगार पर लद चुका है दब चूका है पाक दुनिया के कर्ज से कटोरा हाथ में आ गया भीख मांगने के कगार पर घर […] Read more » आ गया पाक बिकने के कगार पर कपास भीख मांगने