कविता तुम क्यों नहीं बनते विषपायी July 14, 2021 / July 14, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकतुम क्यों नहीं बनते विषपायी?सबके हिस्से का अमृत पी लेतेऔर दूसरों को गरल पिलाते हो,किन्तु बनते नहीं हो विषपायी! सृष्टि के सारे अवदान को तुम,निज गेह में छुपा लिया करते,बन जाते भोला-भाला तमाशाई,किन्तु बनते नहीं हो विषपायी! जब भी तुमको अवसर मिला,सबकुछ झपट लिया करते हो,दीन हीन की नही करते भलाई,किन्तु बनते नहीं […] Read more » why don't you become venomous तुम क्यों नहीं बनते विषपायी