जरूर पढ़ें समाज दाम्पत्य : जहां एक और एक का योग भी एक ही होता है June 18, 2013 / June 18, 2013 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on दाम्पत्य : जहां एक और एक का योग भी एक ही होता है राकेश कुमार आर्य सार में किसी भी व्यक्ति से पूछा जाए कि एक और एक मिलकर कितने होते हैं? उत्तर आएगा कि दो होते हैं। कई लोग इसे ग्यारह भी बताते हैं। उनके ग्यारह बताने का भी विशेष अर्थ है। परंतु वैदिक गृहस्थाश्रम का गणित एक और एक के मिलन को न तो दो कहता […] Read more » दाम्पत्य