प्रवक्ता न्यूज़ पनघट और मरघट सदैव जग में चलती रहती April 28, 2022 / April 28, 2022 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment पनघट पर प्यास है बुझती,मरघट पर लाशे है जलती।देखो यह जीवन की धारा,सदैव जग में चलती रहती।। पनघट पर सब पानी है पीते,मरघट पर सब प्राण है देते।चलती रहती ये सदैव प्रक्रिया,हंसते रहते हम ही रोते रहते।। पनघट पर कोलाहल है होता,मरघट पर मौन व्रत है होता।एक तरफ मेला लगा हुआ है,दूसरी तरफ मन शांत […] Read more » The raindrops and marghat are always moving in the world. पनघट और मरघट सदैव जग में चलती रहती