विविधा लेखनी को बेचने वालों ने बेच दिया देश का सम्मान February 15, 2014 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on लेखनी को बेचने वालों ने बेच दिया देश का सम्मान मोहम्मद गोरी के हाथों पृथ्वीराज चौहान की पराजय का उल्लेख करते हुए डॉ. शाहिद अहमद ने अपनी पुस्तक ‘भारत में तुर्क एवं गुलाम वंश का इतिहास’ नामक पुस्तक में कई इतिहास लेखकों के उद्घरण प्रस्तुत किये हैं। इन इतिहास लेखकों के उक्त उद्घरणों को हम यहां यथावत दे रहे हैं।जो ये सिद्घ करते हैं कि […] Read more » Mohammad Gori Prithvi Raj Chauhan लेखनी को बेचने वालों ने बेच दिया देश का सम्मान
विविधा चुनौती से बचकर नहीं भिड़कर चलने वाला सम्राटः पृथ्वीराज चौहान January 23, 2014 / January 23, 2014 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment -राकेश कुमार आर्य- पृथ्वीराज चौहान से पराजित होकर मोहम्मद गोरी रह-रहकर अपने दुर्भाग्य को कोस रहा था। गोरी स्वयं को बहुत ही अपमानित अनुभव कर रहा था। यह उसका सौभाग्य रहा और राजपूतों का प्रमाद कि जब वह युद्ध क्षेत्र में घायल पड़ा, अपने जीवन की अंतिम घडिय़ां गिन रहा था, तब उसे अपनी […] Read more » Prithvi Raj Chauhan चुनौती से बचकर नहीं भिड़कर चलने वाला सम्राटः पृथ्वीराज चौहान
विविधा भारत के पराक्रम और पतन का अद्भुत संगम January 5, 2014 / January 5, 2014 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment विश्व के ऐसे कितने ही देश हैं जिन्होंने दिन के प्रकाश में अपनी स्वतंत्रता को खो दिया और ऐसा खोया कि फिर कभी उसे प्राप्त न कर सके। ऐसी स्थिति उन्हीं लोगों की या देशों की हुआ करती है, जो अपनी जिजीविषा और जिज्ञासा को या तो शांत कर लेते हैं या उसे […] Read more » Prithvi Raj Chauhan भारत के पराक्रम और पतन का अद्भुत संगम