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पाकिस्तान की अमेरिका से मिली एक खैरात है
कपड़े उतरवा कर तलाशी ली,यही उसकी औकात है

इतनी बेइज्जती होने पर भी,अपने हाथ फैला कर
पाकिस्तान अमेरिका से क्यों, माँग रहा खैरात है

अगर थोड़ी सी गैरत बची है, अपने स्वाभिमान की
चुल्लू भर पानी में डूब मरे,खातिर अपने अपमान की

कोई जज्बात होता अपमान सहने में उसके किरदार में
जो देता है नसीहत दुसरे को,झाके पहले अपने गिरेबान में

देखो!भारत के प्राइम मिनिस्टर का कैसे खैरमकदम होता हे
सारे प्रोटोकॉल तोड़ कर ,बड़े जोर शोर से स्वागत होता है

अमेरिक रूस चीन ब्रिटेन शक्तिया उसे गले से चिपकाती है
पर येही शक्तिया तुम्हरे प्राइम मिनिस्टर से पैर छुआती है

आर के रस्तोगी

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आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

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