तुलसी को मिली पत्नि फटकार

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तुलसी को मिली पत्नि फटकार
छोड़ दिया था उसने घरवार
लिख दिया था ग्रन्थ महान
तुलसी बने एक कवि महान
पत्नि छोड़ भागे जो लोग
वही बने विद्वान व भगवान

गौतम बुद्ध महावीर स्वामी
पत्नि छोड़ थे बने भगवान्
पत्नि छोड़ भागे जो मोदी
आज बने है वे देश प्रधान
अडवाणी छोड़ न सके पत्नि
देखो वे अभी तक परेशान

हम भी पत्नि छोड़ न पावे
इसलिए हो जाते है परेशान
घर छोड़ जब पत्नि जावे
घर हो जाता स्वर्ग समान
जब तक पत्नि नहीं आती
पुरुष बना रहता है जवान

देखो राहुल के नहीं पत्नि
वह बन गया पार्टी प्रधान
जिस घर में पत्नि रहती
वे रहते है कितने परेशान
पत्नि छोड़ गर्ल फ्रेंड रखते
वे होते नही कभी परेशान

सोता हूँ जब दुसरे कमरे में
तब हास्य व्यंग लिख पाता
होती है जब पत्नि मेरे साथ
कुछ भी मैं नहीं लिख पाता
यही है जिन्दगी की सच्चाई
जिसका कर रहा हूँ मैं बयान

आर के रस्तोगी 

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आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

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