गजल

कश्मीर समस्या समाधान पर एक गजल

370 धारा क्या मिली कश्मीर को हिंदुस्तान से
वह अपने आप को अलग समझने लगा हिंदुस्तान से

कश्मीर पर ज्यादा खर्च करना अब मुनासिब नहीं दोस्तों
गीत गाता है पाकिस्तान का,खाता है वह हिंदुस्तान से

कश्मीर एक ऐसी बेवफा औरत है अपने आप में
नैन मैटटके करने लगी है वह अब पाकिस्तान से

कश्मीर छिनाल बीबी है,मुफ्त राशन खाती है हिंदुस्तान से
वह अब नफरत करने लगी है अपने खामिद हिंदुस्तान से

मुफ़्ती से मोहब्बत करना अब हरगिज मुनासिब नहीं
वह अब इश्क लडाने लगी है,पडोसी पाकिस्तान से

सेना के हवाले कर दो तुम अब पूरे कश्मीर को
चूकी चू न कर सके वह कभी पूरे हिंदुस्तान से

कश्मीरी पंडितो को बसाओ,कश्मीर में अब पूरे सम्मान से
रस्तोगी की ये आवाज नहीं है ये आवाज है पूरे हिंदुस्तान से

आर के रस्तोगी