कविता आओ हम मिलकर योग करें। June 20, 2024 / June 20, 2024 | Leave a Comment तुम योग करो वो योग करे,हम योग करे सब योग करेंकरें स्वस्थ कामना रहने की,आओ हम मिलकर योग करें। खाने को घर में रहे नहीं,फिर भी मुंह से कुछ कहें नहीसब पूजा, दुआ कराते हैं ।,पर फिर भी कुछ तो लहे नहींसरकार हमारी कहती है ,कि आओ नया प्रयोग करेंकरें स्वस्थ कामना रहने की,आओ हम […] Read more » योग
कविता बेटी से गृहणी April 20, 2024 / April 20, 2024 | Leave a Comment एक बेटी जब ससुराल जाती है, वो बेटी का चोला छोड़गृहणी बन जाती है,जो बातें घर पर अम्मा से कहती थीससुराल में छिपा जाती है। थोड़ा सा दर्द होने परबिस्तर पकड़ने वाली बिटियाअब उस दर्द को सह जाती है,तकलीफें बर्दाश्त कर जाती हैपर किसी से नहीं बताती है। सिरदर्द होने पर जो अम्मा सेसिर दबवाती […] Read more » बेटी से गृहणी
कविता प्रेयसी – मिलन January 11, 2024 / January 11, 2024 | Leave a Comment पता नहीं कुछ वर्षों की या जन्मों का है सहारा ना तेरा ना मेरा कहता, कहता सब है हमारा उसे प्रेयसी ने जब प्रथम मिलन को पुकारा मन में खुशी लिए तुरत ही हो गया नौ दो ग्यारा मन में था डर, क्या करता पर यह ना सोचा क्या होगा तब जान जाये जब सबके […] Read more » beloved - union
कविता बन्धन रक्षा का September 4, 2023 / September 4, 2023 | Leave a Comment एक अनूठा प्यार बहन का भाई पर विश्वास रक्षा का प्रण लेकर भाई इसे बनाता खास तिलक लगाकर माथे पर श्रृंगार में रोरी चंदन बहन बड़ी हो फिर भी करती है भाई का वंदन हर्षित और उल्लासित हो गए आया रक्षाबंधन ।। भाई बहन का प्यार अनोखा यह इतिहास बताता है बहन की रक्षा की […] Read more » poem on rakhi poem on rakshabandhan
कविता कोई बात नहीं ।। April 14, 2023 / April 14, 2023 | Leave a Comment गर टूट जाए दिल तो कोई बात नहींपैमाना छूट जाए कोई बात नहींहाथों से उसकी उंगली छूटने का है ये दर्दबदली नहीं लकीर कोई बात नहीं । मिन्नतें हुई ना पूरी कोई बात नहींमोहब्बत रही अधूरी कोई बात नहींवो दर्द सितारों के टूटने का एक तरफहै जिद जो हवाओं की कोई बात नहीं । उनके […] Read more »
कविता कुछ भी ना भाये। February 13, 2023 / February 13, 2023 | Leave a Comment तू तो मुझको याद है चाहे, मेरी याद तुझे ना आए इतना सदा याद रखना कि तुझ बिन कुछ भी ना भाये। बरसातें ये रिमझिम रिमझिम कतरा कतरा यादें हैं बारिश की बूंदों सी टिप टिप आंख से गिरते वादे हैं थोड़ा भी ना बदल सके हम आज भी कितने सादे हैं ईमान के पक्के […] Read more » Don't like anything.
कविता ठंडी कितना सता रही है January 9, 2023 / January 9, 2023 | Leave a Comment भीतर भीतर तन में सिहरनमुंह में मन में ईश्वर सुमिरनतरुओं पर जो धूल जमी थीओस बरस के बहा रही हैवृष्टि, पवन दोनों ही एक होठंडी कितना सता रही है । शीतलहर कंपन के कारणधरती अम्बर सिमट रहे हैंकुहरे धुंध के अंधियारों मेंवे आपस में लिपट रहे हैंओस, गलन और धुंध ये कोहरासाथ पवन पश्चिम की […] Read more » The cold is hurting so much. ठंडी कितना सता रही है
कविता इस नए साल में क्या लिखूं January 3, 2023 / January 3, 2023 | Leave a Comment इस नए साल में प्यार लिखूं या दर्द लिखूंकुछ भी तो समझ नहीं आतापूजीपतियों का लिखूं मैं धनया की किसान का कर्ज लिखूंकुछ भी तो समझ नहीं आता । कंबल विहीन का शीत लिखूंया गर्म रक्त की प्रीत लिखूंप्रत्यक्ष दिए जो रीत लिखूंया सुख स्वप्नों के गीत लिखूंक्या गृहविहीन छप्पर पे लिखूंकुछ भी तो समझ […] Read more » poem on new year इस नए साल में क्या लिखूं
गजल हर बात पर यूं आंसू बहाया नहीं जाता September 27, 2022 / September 27, 2022 | Leave a Comment हर बात पर यूं आंसू बहाया नहीं जाताहर बात दिल का सबको बताया नहीं जातासब घूमते हैं आज साथ में लिए नमकहर जख्म दिल का सबको दिखाया नहीं जाता। हो दर्द सही इश्क का ईनाम तो आताखाली ही सही हाथ में वो जाम तो आताअब तो लबों पे उसके मेरा नाम आ गयावो बेवफा है […] Read more » हर बात पर यूं आंसू बहाया नहीं जाता
कविता पहला प्यार नहीं मिलता।। June 27, 2022 / June 27, 2022 | Leave a Comment हो जाती है शादी जबरनदिल का द्वार नहीं खुलताइस दुनिया में कभी किसी कोपहला प्यार नहीं मिलता । मिला साथ ना जीवन भर काबस कुछ पल ही साथ रहेछूटने में होती है मुश्किलजब हाथों में हाथ रहेहार गए दुनिया से तोबाहों का हार नहीं मिलताइस दुनिया में कभी किसी कोपहला प्यार नहीं मिलता।। है जो […] Read more » First love is not found.
कविता गरीब March 22, 2022 / March 22, 2022 | Leave a Comment कोई ना जाना चाहता उसके करीबरुपए, पैसे नहीं , जो है गरीब । कह रहे हैं वोगरीबी दूर होगीथक कर हालत भीउसी की चूर होगीझोपड़ी में भीअब कोहिनूर होगीरोटियों से दूर होता वो गरीबकोई ना जाना चाहता उसके करीब। ना बड़े सपने है उसकेना कोई अपना लगेखुद बनाता महल कोपर रहना तो सपना लगेकहते रहे […] Read more »
कविता स्त्री जीवन March 7, 2022 / March 7, 2022 | Leave a Comment दया प्रेम ममता की मूरततेरी अजब कहानी हैत्याग करें और कष्ट में रहेफिर भी मधुरी बानी है । वात्सल्य से ओतप्रोतहै करुण ह्रृदय और निश्चल मनहंसी सदा रहती होठों पर,पर आंखों में पानी है। मां ,पत्नी, बेटी बनकरअपना कर्तव्य निभाया हैभाई के आंसू पोछे परअपना नीर बहाया है । कभी प्रेयसी बन कदमों कोकिसी के […] Read more » स्त्री जीवन