चिंतन लापरवाह नागरिक बनाना चाहते हैं आदर्श राष्ट्र January 2, 2013 | Leave a Comment एक से अधिक व्यक्तियों के जुड़ने से एक परिवार बनता है, परिवारों के मिलने से मोहल्ला, नगर और समाज का निर्माण का होता है। इसी क्रम में कुछ गांवों को मिला कर एक विकास खंड बना है, कुछ विकास क्षेत्रों को मिला कर एक तहसील और कई तहसीलों को मिला कर एक जनपद बना है। […] Read more » making a true India
जन-जागरण महिलाओं को ही करने होंगे खुद के सम्मान के प्रयास December 31, 2012 / December 31, 2012 | 7 Comments on महिलाओं को ही करने होंगे खुद के सम्मान के प्रयास बी.पी.गौतम सृष्टि का विस्तार हुआ, तो पहले स्त्री आई और बाद में पुरुष। सर्वाधिक सम्मान देने का अवसर आया, तो मां के रूप में एक स्त्री को ही सर्वाधिक सम्मान दिया गया। ईश्वर का कोई रूप नहीं होता, पर जब ईश्वर की आराधना की गयी, तो ईश्वर को भी पहले स्त्री ही माना, तभी कहा […] Read more » wemen coming for self respect
खेल जगत सचिन की नीयत पर सवाल उठाने वाले मूर्ख December 15, 2012 / December 15, 2012 | 1 Comment on सचिन की नीयत पर सवाल उठाने वाले मूर्ख -बी.पी. गौतम दुनिया को रंगमंच की तरह देखा जाए, तो यहाँ प्रत्येक इंसान रंगमंच की तरह ही भूमिका निभाता नज़र आता है। प्रत्येक इंसान के ऊपर अपनी भूमिका को बेहतर ढंग से निभाने का स्वाभाविक दबाव रहता है। जानबूझ कर कोई असफल नहीं होना चाहता, फिर भी कुछ लोग कुछ भूमिकाओं को बेहतर ढंग से […] Read more » सचिन की नीयत पर सवाल उठाने वाले मूर्ख