महिला-जगत लेख समाज कब पूरा होगा किशोरियों के लिए आजादी का अर्थ? November 21, 2023 / November 21, 2023 | Leave a Comment खुशबू बोरामेगड़ी स्टेट, उत्तराखंडकभी कभी हमारे देश में देखकर लगता है कि देश तो आजाद हो गया है, जहां सभी के लिए अपनी पसंद से जीने और रहने की आज़ादी है. लेकिन महिलाओं और किशोरियों खासकर जो ग्रामीण क्षेत्रों में रहती हैं, उनके लिए आजादी का कोई मतलब नहीं है. उनके लिए तो नींद ही […] Read more »
लेख पलायन के दर्द से गुज़रता गांव November 20, 2023 / November 20, 2023 | Leave a Comment यशोदा कुमारीबिहारदेश का दूर दराज़ ग्रामीण क्षेत्र आज भी बिजली, पानी, सड़क, अस्पताल और शिक्षा जैसी कई बुनियादी ज़रूरतों से जूझ रहा है. इसमें रोज़गार प्रमुख है जो ग्रामीणों को पलायन के लिए मजबूर करती है. परिवार के लिए दो वक़्त की रोटी की व्यवस्था करने के लिए लोग अपने गांव से निकल कर दूसरे […] Read more » पलायन के दर्द से गुज़रता गांव
लेख विविधा पेड़ के नीचे चल रहे हैं गांव के कई सरकारी स्कूल November 16, 2023 / November 16, 2023 | Leave a Comment सपना कुमारीमुजफ्फरपुर, बिहारबिहार के सरकारी स्कूल पिछले कई सालों से शिक्षकों एवं बुनियादी संसाधनों की कमी से जूझते रहे हैं. राज्य के 38 जिलों में सैकड़ों नवसृजित स्कूल स्थापित किए गये हैं, जिनके पास अभी तक जमीन उपलब्ध नहीं कराया जा सका है. भवन एवं जमीन के अभाव में ऐसे स्कूल झोपड़ी में चल रहे […] Read more » Many government schools of the village are running under trees.
लेख कृषि के माध्यम से सशक्त होती ग्रामीण महिलाएं November 15, 2023 / November 14, 2023 | Leave a Comment तानियाचौरसों, उत्तराखंड देश में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कई स्तरों पर काम किए जाते हैं। इसके लिए केंद्र से लेकर सभी राज्य सरकार विभिन्न योजनाएं भी संचालित कर रही हैं। लेकिन हमारे देश में कृषि एक ऐसा सेक्टर है जहां महिला सशक्तिकरण सबसे अधिक देखी जाती है। बल्कि यह कहना गलत नहीं होगा […] Read more » Rural women empowered through agriculture
लेख रीति रिवाज के नाम पर किशोरियों के अधिकारों का हनन November 14, 2023 / November 14, 2023 | Leave a Comment हेमा रावल गनीगांव, उत्तराखंड दुनिया की प्राचीन सभ्यताओं में एक भारत की सभ्यता भी है. हड़प्पा और मोहनजोदड़ो की सभ्यता से पता चलता है कि भारतीय उप महाद्वीप हज़ारों साल पहले न केवल आर्थिक और वैज्ञानिक रूप से विकसित था बल्कि सामाजिक और वैचारिक रूप से भी बहुत समृद्ध था. ज़ाहिर है ऐसे विकसित समाज […] Read more »
लेख नाममात्र की सड़क से गुजरती कठिनाइयां November 9, 2023 / November 9, 2023 | Leave a Comment पुष्पा आर्याकपकोट, उत्तराखंड हमारे देश की अर्थव्यवस्था मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्रों पर निर्भर करती है। आज भी देश की 74 प्रतिशत आबादी यहीं से है। लेकिन इसके बावजूद ग्रामीण क्षेत्र आज भी कई प्रकार की बुनियादी सुविधाओं से वंचित है। इनमें सड़क की समस्या भी अहम है। कुछ दशक पूर्व देश के ग्रामीण क्षेत्रों के सड़कों […] Read more »
लेख गांव में बदलती स्वास्थ्य सेवाएं November 9, 2023 / November 9, 2023 | Leave a Comment आरतीबीकानेर, राजस्थान अक्सर यह माना जाता है कि कोई भी सरकारी योजनाएं अथवा बुनियादी सुविधाएं देश में एक समान लागू तो की जाती है, लेकिन वह शहरों तक ही सीमित रह जाती है. विकास का पहिया शहरों और महानगरों में ही अटक कर रह जाता है. बात चाहे सामाजिक क्षेत्र की हो, टेक्नोलॉजी के फायदे […] Read more » Changing health services in villages
लेख शिक्षकों की कमी शिक्षा में बेहतर बदलाव के लिए बाधक November 7, 2023 / November 7, 2023 | Leave a Comment फूलदेव पटेलमुजफ्फरपुर, बिहार शिक्षा के जरिए ही प्रत्येक व्यक्ति के जीवन से अज्ञानता, अंधविश्वास एवं रूढ़िवादी सोच दूर होती है. व्यक्ति में वैज्ञानिक सोच और भौतिक-अभौतिक, विज्ञान आदि का सम्यक ज्ञान से जीवन खुशहाल होता है. शिक्षित व्यक्ति ही अच्छाई और बुराई में फर्क समझ सकता है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि शिक्षा […] Read more » Shortage of teachers hinders change for the better in education शिक्षकों की कमी शिक्षा में बेहतर बदलाव के लिए बाधक
लेख प्राकृतिक संसाधनों के दोहन से विनाश की तरफ बढ़ता पहाड़ November 7, 2023 / November 7, 2023 | Leave a Comment बीना बिष्टहल्द्वानी, उत्तराखंडविश्व आर्थिक मंच की वैश्विक जोखिम रिपोर्ट 2020 के अनुसार अगले 10 दशकों में शीर्ष जोखिमों में जलवायु परिवर्तन शामिल हो सकते हैं. यह जोखिम मानवजनित, पर्यावरणीय आपदाएं, जैव विविधता हानि व मौसमी घटनाएं हो सकती हैं. दरअसल पारिस्थितिकी तंत्र को संतुलित बनाए रखने के लिए प्रकृति और मानव के बीच तालमेल होना […] Read more » Mountain moving towards destruction due to exploitation of natural resources
लेख सार्थक पहल कृषि एवं पशुपालन में विशेष पहचान रखने वाला सरहदी गांव मंगनाड October 30, 2023 / October 30, 2023 | Leave a Comment भारती देवीपुंछ, जम्मू हर एक व्यक्ति या स्थान अपनी विशेष पहचान रखता है. चाहे वह पहचान छोटी हो या बड़ी. ऐसा कोई स्थान नहीं है जिसकी अपनी कोई न कोई विशेषता ना हो. कुछ स्थान अपनी सुंदरता के लिए विशेष पहचान रखते हैं, कुछ खानपान के लिए, वहीं कुछ अपने पहनावे के लिए जाने जाते […] Read more » a border village with special identity in agriculture and animal husbandry. Manganad
लेख ग्रामीण किशोरियां आज भी माहवारी में कपड़े इस्तेमाल करती हैं October 27, 2023 / October 27, 2023 | Leave a Comment निशा साहनीमुजफ्फरपुर, बिहार संकुचित सोच के कारण आज भी समाज में माहवारी को अभिशाप माना जाता है. हालांकि यह अभिशाप नहीं बल्कि वरदान है. आज भी समाज महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बारे में बातचीत करने में झिझक महसूस करता है. जबकि मासिक धर्म के बिना गर्भधारण असंभव है. मानव के जन्म की कहानी इसी […] Read more » माहवारी में कपड़े इस्तेमाल
लेख स्मार्टफोन से बच्चे स्मार्ट से अधिक आक्रामक बन रहे हैं October 26, 2023 / October 26, 2023 | Leave a Comment वंदना कुमारीमुजफ्फरपुर, बिहार सूचना क्रांति के इस दौर में पूरी दुनिया ग्लोबल विलेज बन गई है. आज तमाम अद्यतन जानकारी, सूचना, तकनीकी अनुसंधान, पठन-पाठन आदि मानव जीवन के लिए आसान और सर्वसुलभ हो गया है. सबसे ज्यादा शिक्षा में क्रांतिकारी बदलाव आया है. अब घर बैठे स्मार्टफोन, टैबलेट, लैपटॉप, कंप्यूटर आदि को इंटरनेट के जरिए […] Read more » Children are becoming more aggressive than smart due to smartphones स्मार्टफोन से बच्चे स्मार्ट से अधिक आक्रामक बन रहे है