समाज पितृसत्ता के बोझ तले दबी स्त्री May 27, 2022 / May 27, 2022 | Leave a Comment खुशबू बोरा पिंगलो, गरुड़ बागेश्वर, उत्तराखंड भारतीय समाज एक पुरुष प्रधान समाज रहा है, जहां पुरूषों को महिलाओं की तुलना में ज्यादा अधिकार दिए गए हैं. पितृसत्तात्मक समाज के अंतर्गत भारतीय समाज में पुरुषों को महिलाओं की तुलना में सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक और धार्मिक रूप से श्रेष्ठता दी गई है. इसमें हमेशा से पुरुषों […] Read more » woman buried under patriarchy
खान-पान मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़, कर रहे प्राकृतिक खेती May 24, 2022 / May 24, 2022 | Leave a Comment रूबी सरकार भोपाल, मप्र दिल्ली-एनसीआर, गुरुग्राम के प्रदूषित हवा से तंग आकर कुछ युवा अपने गांव वापस लौटकर न केवल प्राकृतिक खेती को अपना आजीविका का साधन बनाया बल्कि गांव के किसानों को भी इसी ओर प्रेरित कर रहे हैं. इनमें भोपाल के इंजीनियर शशिभूषण, पीएचडी फार्मा अनुज, सुधांशु और सुष्मिता और आईआईटी कानपुर, आईआईएम […] Read more » farming farming
खान-पान खेत-खलिहान रेत पर अमरूद की खेती कर कृषि को नया आयाम देते किसान May 23, 2022 / May 23, 2022 | Leave a Comment फूलदेव पटेलमुजफ्फरपुर, बिहार खेती किसानी अर्थव्यवस्था का मेरुदंड है. प्रत्येक देश का विकास कृषि उत्पादन पर निर्भर है. महामारी के दौरान खेती किसानी ही भारत की बड़ी आबादी के लिए ईंधन का काम किया है. अच्छे मौसम की वजह से रबी और खरीफ फसलों का उत्पादन भी बेहतर हुआ है. यह जरूर है कि सब्जियों […] Read more » cultivating guava on sand Farmers giving new dimension to agriculture by cultivating guava on sand रेत पर अमरूद की खेती
लेख सेहतमंद गांव से स्वस्थ भारत मुमकिन है May 13, 2022 / May 13, 2022 | Leave a Comment नरेन्द्र सिंह बिष्ट हल्द्वानी, नैनीताल भारत ने जहां 21वी सदी में प्रवेश किया है वहीं ऐसा लगता है कि पहाड़ी राज्य उत्तराखंड के दूरस्थ ग्रामो ने स्वास्थ्य सुविधाओं के मामलें में इसके विपरित 12वी सदी में प्रवेश किया है. राज्य के दूरस्थ इलाकों का धरातलीय सच शर्मसार करता है. यहां के दूर दराज़ क्षेत्रों में […] Read more » सेहतमंद गांव से स्वस्थ भारत मुमकिन
समाज साक्षात्कार इनके बुलंद हौसले के सामने शारीरिक अक्षमता ने घुटने टेके May 12, 2022 / May 12, 2022 | Leave a Comment जूही स्मिता पटना, बिहार दिव्यांग होना कोई अभिशाप नहीं है लेकिन अगर कोई व्यक्ति इससे ग्रसित होता है, तो समाज और लोगों की मानसिकता उन्हें लेकर बिल्कुल अलग हो जाती है. वे उन्हें बोझ या दया की नजर से देखते हैं जबकि वे भी एक सामान्य परिवार में जन्म लेते हैं. लेकिन उनकी दिव्यांगता उन्हें आम […] Read more » physical incapacity kneeled. बुलंद हौसले के सामने शारीरिक अक्षमता ने घुटने टेके
लेख एनीमिया से ग्रसित झारखंड का ग्रामीण क्षेत्र May 9, 2022 / May 9, 2022 | Leave a Comment अमरेन्द्र सुमन दुमका, झारखण्ड एनीमिया रक्त से संबंधित एक ऐसी बीमारी है जो शरीर में आयरन की कमी से होता है. मानव शरीर में जब हीमोग्लोबिन का बनना कम हो जाता है तब शरीर की स्फूर्ति भी धीरे धीरे घटती चली जाती है, परिणामस्वरूप इंसान सुस्त व कमजोर होता चला जाता है. शरीर की क्रियाशीलता […] Read more » Rural area of Jharkhand suffering from anemia एनीमिया से ग्रसित झारखंड का ग्रामीण क्षेत्र
लेख गांव को खुले में शौच मुक्त बनाने का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है April 28, 2022 / April 28, 2022 | 1 Comment on गांव को खुले में शौच मुक्त बनाने का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है कुमारी प्रेमालमचूला, गरुड़उत्तराखंड आज़ादी के बाद हमारे देश ने कई मुद्दों पर तेज़ी से तरक्की किया है. कम समय में हम जहां अनाज के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन गए वहीं बड़े बड़े बांध और आधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पताल का निर्माण कर हमने विश्व में अपनी काबलियत का लोहा मनवाया है. लेकिन विकास की इस […] Read more » The target of making the village open defecation free has not been met गांव को खुले में शौच मुक्त बनाने का लक्ष्य
विविधा इंटरनेट के दौर में पीछे रह गया गांव April 18, 2022 / April 18, 2022 | Leave a Comment चांदनीलमचूला, गरुड़ उत्तराखंड संचार क्रांति के इस दौर में आज जब भारत 5जी की टेस्टिंग के अंतिम चरण में पहुंच चुका है और अब 6जी की ओर कदम बढ़ा रहा है, हर तरफ नेटवर्क का जाल बिछा हुआ है, शहर ही नहीं गांव गांव तक ब्रॉडबैंड का कनेक्शन पहुंचाया जा रहा है, टेक्नोलॉजी के ऐसे […] Read more » Village left behind in the age of internet
लेख कब साकार होगा आदर्श गांव का सपना? April 11, 2022 / April 11, 2022 | Leave a Comment संजना पिंगलो, कपकोट उत्तराखंड आदर्श ग्राम की संकल्पना महात्मा गांधी ने आजादी से पहले अपनी किताब “हिन्द स्वराज” में की थी. जिसमें उन्होंने आदर्श गांव की विशेषता बताई थी और उसे मूर्त रूप देने की कार्य योजना की भी चर्चा की थी. गांधी के सपनों का गांव आज तक बन तो नहीं सका लेकिन समय-समय […] Read more » When will the dream of ideal village come true?
लेख समाज अंधविश्वास से जूझ रहा ग्रामीण क्षेत्र April 10, 2022 / April 10, 2022 | Leave a Comment कुमारी कविता लमचूला, उत्तराखंड 21वीं सदी के भारत को विज्ञान का युग कहा जाता है, जहां मंगलयान से लेकर कोरोना के वैक्सीन को कम समय में तैयार करने की क्षमता मौजूद है. लेकिन इसके बावजूद इसी देश में अंधविश्वास भी समानांतर रूप से गहराई से अपनी जड़ें जमाया हुआ है. देश के शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा ग्रामीण […] Read more » rural area battling superstition
समाज लड़के लड़कियों में भेदभाव क्यों करता है समाज? April 4, 2022 / April 4, 2022 | Leave a Comment हेमा रावल गनी गाँव, उत्तराखंड केन्द्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी सर्वेक्षण 2021 के आंकड़ों के अनुसार पहली बार देश में लड़कियों की संख्या लड़कों से अधिक हुई है. सर्वेक्षण के अनुसार प्रति हजार लड़कों पर 1020 लड़कियां हैं. माना यह जा रहा है कि आजादी के बाद यह पहली बार है जब देश […] Read more » लड़के लड़कियों में भेदभाव
समाज अस्पताल में सुविधाओं की कमी से जूझ रहा पहाड़ का गांव April 1, 2022 / April 1, 2022 | Leave a Comment हंसी गोस्वामी पिंगलो, गरुड़ उत्तराखंड उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के शुरुआती चार महीने के बजट के लिए लगभग 21 हज़ार करोड़ से अधिक का लेखानुदान पारित किया. जिसमें स्वास्थ्य, चिकित्सा और परिवार कल्याण पर एक हज़ार करोड़ रूपए से अधिक खर्च करने की बात कही गई है. इससे पूर्व […] Read more » अस्पताल में सुविधाओं की कमी से जूझ रहा पहाड़ का गांव