राजनीति मनमोहन के डिजिटल विभ्रम में चमकती गरीबी August 3, 2010 / December 22, 2011 | 1 Comment on मनमोहन के डिजिटल विभ्रम में चमकती गरीबी -जगदीश्वर चतुर्वेदी मनमोहन सिंह का दावा है कि वह विकास पुरूष हैं। विकासपुरूष का उनका विभ्रम सबको आकर्षित कर रहा है। विकास के नाम पर उन्होंने भौतिक आकांक्षाओं का विभ्रम पैदा किया है। कारपोरेट मीडिया को विकास के विभ्रम में कहीं कोई खोट नजर नहीं आ रहा। यदि कोई खोट दिखाने की कोशिश करता है […] Read more » Manmohan Singh मनमोहन सिंह
लेख जारी है हिन्दी की सहजता को नष्ट करने की साजिश – चिन्मय मिश्र February 14, 2009 / December 24, 2011 | 3 Comments on जारी है हिन्दी की सहजता को नष्ट करने की साजिश – चिन्मय मिश्र यह लेख उस प्रवृत्ति पर चोट है जो कि हिंदी को एक दोयम दर्जे की नई भाषा मानती है और हिंदी की शब्दावली विकसित करने के लिए अंग्रेजी को आधार बनाना चाहती है। Read more » hindi हिन्दी