कविता
दिन का गांव
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वैसे तो गांव का हर वक्त नीरस ही होता है,पर दिन का गांव कुछ ज्यादा ही बेरंग होता ,कोई उम्मीद न बचती और न ही कोई निश्छल हँसी रहती है दिन के गांव में,गांव के लड़के, गांव का दूधगांव की फसल,गांव की सुंदरता,सब तो दिन में शहर चले जाते हैं,शहरों की शान और मेयार बढ़ाने,दिन […]
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