मीडिया राजनीति वादों के खेमेबंदी में कैद विचार August 9, 2016 | Leave a Comment दिनेश परमार — गत दिनों हिंदी के वरिष्ट आलोचक नामवर सिंह ने एक कार्यक्रम में बीजेपी से सम्बंधित लोगो के साथ मंच साझा क्या किया। वामपंथी खेमेबंधि में भूचाल आ गया वामपंथी विचारो के` जाने -माने` लेखको ने नामवर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. उन्हें कार्यक्रम में न जाने की सलाह या यु कहिये […] Read more » Featured कैद विचार वादों के खेमेबंदी में
राजनीति करिश्माई नेतृत्व की अवधारण अपनाता जनमानस October 13, 2014 | Leave a Comment दिनेश परमार भारतीय राजनीति में करिश्माई व्यक्तित्व की भूमिका हमेशा से रही है। दल किसी भी स्तर का हो, लेकिन उसकी विजय का आधार उसके नेतृत्वकत्र्ता वे नेता होगे जिनका समाज में रूतबा है, नाम है। देश की आजादी से लेकर सन् 77 तक जितने भी चुनाव हूए उनमें यदि कोई दल सबसे शक्तिशाy ली […] Read more » करिश्माई नेतृत्व
परिचर्चा स्वयं को छलती, देश को ठगती कांग्रेस June 7, 2014 | Leave a Comment -दिनेश परमार- भारतीय राजनीति में जिस प्रकार की विकृति व विसंगति वर्तमान समय में उभर रही है वह ठिक तो कदापि नहीं, अव्यवहारिक व देश के लिए घातक भी है। राष्ट्रीय राजनीति के मुद्दों से लेकर पंचायत स्तर के चुनावों तक में उम्मीदवारों द्वारा कितनी बेतुकी व बेसिर-पैर की बयानबाजी की जाती है निकट समय […] Read more » कांग्रेस छलती कांग्रेस जनादेश
विविधा पंचायती राज और जातीय पंचायतें January 30, 2014 / January 30, 2014 | Leave a Comment -दिनेश परमार- न्याय एक सार्वभौमिक अवधारणा है। अतः संसार के प्रत्येक देश में इसके संबंध में बहुत विपुल कार्य किया गया। पश्चिम में अरस्तु-प्लेटों जैसे आदर्शवादियों से लेकर मैकियावेली जैसे कुटनीतिज्ञों व लॉक-हॉब्स जैसे सामाजिक समझौतावादियों से लेकर मार्क्स जैसे क्रांतिवादियों तक सभी ने न्याय को अपने-अपने ढंग से परिभाषित किया। अपने देश में […] Read more » Panchayati Raj and caste panchayats Panchayati Raj and village assembly पंचायती राज और जातीय पंचायतें