कला-संस्कृति ‘आर्य, आर्य समाज और आर्य महासम्मेलन’ January 12, 2014 / January 12, 2014 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य- ‘आर्य’ शब्द मनुष्य निर्मित शब्द न होकर परमात्मा की देन है जो उसने वेद के माध्यम से सृष्टि के आरम्भ में ही हमें दिया गया था। वेद वह ईश्वरीय ज्ञान है जो ईश्वर ने सृष्टि की आदि में चार ऋषि अग्नि, वायु, आदित्य तथा अंगिरा के हृदय में प्रेरणा द्वारा स्थापित […] Read more » Arya आर्य आर्य समाज और आर्य महासम्मेलन’
चिंतन ‘आप’ से आम की अपेक्षाएं January 12, 2014 / January 12, 2014 | 1 Comment on ‘आप’ से आम की अपेक्षाएं -फखरे आलम- ‘आप’ राजनीति दल के रूप में उभरकर दिल्ली में शासन कर रही है। वहीं आम जन ‘आप’ से बेशुमार अपेक्षाएं और आशाएं लगाए हुए हैं। आमजन न केवल बिजली की बढ़ी दरें घटाकर और पानी की समस्याओं से निजात चाहती है, बल्कि अभी तक न पूरा होने वाले आशाओं को पूरा होते देखना […] Read more » 'आप' से आम की अपेक्षाएं Hopes with 'AAP'
लेख सर्वोदय और मार्क्स January 10, 2014 / January 10, 2014 | Leave a Comment -दिनेश कुमार- जातिविहीन, वर्ग विहीन व शोषण से मुक्त समाज का सपना महात्मा गांधी ने देखा था और उन्होंने सर्वोदय जैसा एक दर्शन उसके लिए विकसित किया। ऐसा ही एक प्रयास पश्चिम के समाज विज्ञानी कार्ल मार्क्स ने भी किया। मार्क्स ने समाज को शोषण से मुक्त करने के लिए एक क्रांति की प्रक्रिया […] Read more » Sarvoday and Marks सर्वोदय और मार्क्स
राजनीति बंगाल में ममता का टूटता तिलिस्म January 10, 2014 / January 10, 2014 | Leave a Comment -ललित कुमार- पश्चिम बंगाल में ममता का सिंहासन डोलने लगा है. बंगाल में ममता का प्रभाव अब तक कोई खास असर नहीं छोड़ पाया है. ममता बनर्जी ने जिन मुद्दों के आसरे करीब 35 साल के वाम पार्टी के किलों को ध्वस्त किया था. उससे तो यही लगता था कि ममता बनर्जी राज्य के […] Read more » Mamta Banarjee बंगाल में ममता का टूटता तिलिस्म
चिंतन भारत मां की वेदना January 10, 2014 / January 10, 2014 | Leave a Comment -नजमून नवी खान- धरातल पर तमाम देश हैं। मगर भारत देश को ही हम माता के नाम से पुकारते हैं। माता जो केवल अपने बच्चो के भला के बारे में ही सोचती हैं। जिसका जीवन अपने बच्चे के इर्द-गिर्द ही सीमित रहता है। जो अपने बच्चों पर सर्वस्व न्यौछावर करने के लिए सदैव तत्पर […] Read more » India भारत मां की वेदना
कविता महात्मा वेदपाल प्रभु शरणाश्रित को नमन January 9, 2014 / January 9, 2014 | Leave a Comment -विमलेश बंसल ‘आर्या’- 1. ईश्वर दास के लाला लाल, था नाम महात्मा वेद पाल। जनवरी दस को जन्म लिया था, ईश्वर का गुणगान किया था। प्रभु शरणाश्रित बन किया कमाल॥ शत्-शत् नमन हे ईश्वर लाल 2. हंसमुख थे बहु भोले-भाले, गोरे रंग के थे, दिलवाले। नम्र-शील जिनका स्वभाव, तेजस्वी मुख पर प्रभाव। मस्त-व्यस्त हृदय विशाल॥ […] Read more » poem महात्मा वेदपाल प्रभु शरणाश्रित को नमन
कविता कुबड़ी आधुनिकता January 9, 2014 / January 9, 2014 | Leave a Comment -दीप्ति शर्मा- मेरा शहर खांस रहा है सुगबुगाता हुआ कांप रहा है सडांध मारती नालियां चिमनियों से उड़ता धुआं और झुकी हुयी पेड़ों की टहनियां सलामी दे रहीं हैं शहर के कूबड़ पर सरकती गाड़ियों को, और वहीं इमारत की ऊपरी मंजिल से कांच की खिड़की से झांकती एक लड़की किताबों में छपी बैलगाड़ियां देख […] Read more » poem कुबड़ी आधुनिकता
समाज दक्षिण एशिया में लड़कियों की शिक्षा January 5, 2014 / January 11, 2014 | Leave a Comment -सोम पाटीदार- संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित सहस्राब्दि विकास लक्ष्यों में सार्वभौमिक प्राथमिक शिक्षा – सभी लड़कों और लड़कियों का स्कूलों में नामांकन एवं नियमित स्कूल जाना प्राप्त करना है लेकिन तमाम प्रयासों के बावजुद यह लक्ष्य हासिल नहीं हो पाया है। खासकर उप-सहारा अफ्रीका और दक्षिण एशिया इस लक्ष्य से काफी दूर हैं। संयुक्त राष्ट्र […] Read more » Girls' education in South Asia दक्षिण एशिया में लड़कियों की शिक्षा
कविता कब आओगे गुरु गोविंद सिंह?? December 31, 2013 / December 31, 2013 | Leave a Comment विमलेश बंसल आओ हम सब याद करें, गुरु गोविंद के बलिदान को। जिसने हिंदू धर्म की खातिर, किया न्योछावर प्राण को॥ वंदे मातरम् 1.माता गुजरी, पिता गुरु, तेगबहादुर के घर में। जन्म हुआ सोलह सौ छ्यासठ, खेले पटना शहर में। नौ वर्ष में गुरु की गद्दी, मिल गई वीर जवान को॥ जिसने हिंदू धर्म…… वंदे […] Read more » कब आओगे गुरु गोविंद सिंह??
राजनीति भारतीय राजनीति में ऐतिहासिक प्रतिस्पर्धा December 29, 2013 / December 30, 2013 | Leave a Comment -डॉ. डी.एन. मिश्रा- भारतीय राजनीति में कम से कम देर से ही सही अच्छाई की प्रतिस्पर्धा शुरू हो चुकी है। आप आदमी पार्टी -भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस सरीखी पार्टियों के भ्रष्टाचार और अंतर्कलह से जन्म ले सकी ,जैसा कि मेरा मानना है भ्रष्टाचार में अगर कांग्रेस को नोबल पुरस्कार दें तो अन्तर्कलह /कुमति का खिताब […] Read more » historical competetion in Indian Politics भारतीय राजनीति में ऐतिहासिक प्रतिस्पर्धा
कविता महर्षि दयानंद की अमर कहानी December 28, 2013 / December 28, 2013 | Leave a Comment -विमलेश बंसल ‘आर्या’- मो- 8130586002 Vimleshbansalarya69@gmail.com हम सब मिल शीश झुकायेंगे, गुरु देव दयानंद दानी को। उस वैदिक वीर पुरोधा की, गायेंगे अमर कहानी को॥ 1.अट्ठारह सौ इक्यासी की, फ़ाल्गुन कृष्णा दशमी तिथि को, गुजरात प्रांत टंकारा में, था जन्म लिया मूलक मिति को। शंकर से शंकर […] Read more » Maharshi Dayanand महर्षि दयानंद की अमर कहानी
स्वास्थ्य-योग नहीं दिया ध्यान तो रीढ़ की हड्डी करेगी परेशान December 26, 2013 / December 26, 2013 | 1 Comment on नहीं दिया ध्यान तो रीढ़ की हड्डी करेगी परेशान उमेश कुमार सिंह दिल और फेफड़े की तकलीफ पैदा करने वाली पीठ यानी रीढ़ संबंधी बीमारी कूबड़ प्राचीन काल से ही कौतूहल का विषय रहा है. अभी तक लोग इसे लाइलाज समझते रहे हैं जब कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान में रीढ़ के विकार अर्थात् कूबड़ को रोग माना जाता है. अध्ययनों के मुताबिक इस समय […] Read more » रीढ़ की हड्डी करेगी परेशान