धर्म-अध्यात्म ईश्वर-वेद-देश भक्त, आदर्श महापुरुष तथा विश्व के सच्चे हितैषी ऋषि दयानन्द May 11, 2020 / May 11, 2020 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य परमात्मा की सृष्टि में अनेक अनादि, नित्य व शाश्वत् आत्मायें जन्म लेती हैं। अधिकांश ऐसी होती हैं जो जन्म लेती हैं और मर जाती हैं। लोग उन्हें जानते तक नहीं। इनका जीवन अपने सुख व समृद्धि में ही व्यतीत होता है। इसके विपरीत कुछ आत्मायें ऐसी भी होती हैं जो मनुष्य […] Read more » ऋषि दयानन्द
धर्म-अध्यात्म मनुष्य को सत्य धर्म का अनुसंधान कर उसी का पालन करना चाहिये May 10, 2020 / May 10, 2020 | Leave a Comment हमें मनुष्य का जन्म क्यों प्राप्त हुआ है? इसके पीछे कौन सी अदृश्य सत्ता व शक्ति है जिसने निश्चित किया कि हमारी आत्मा को मनुष्य जन्म मिले? इसका उत्तर वैदिक साहित्य को पढ़ने से मिलता है। मनुष्य को मनुष्य जन्म उसकी आत्मा के पूर्वजन्म के कर्मों के आधार पर मिलता है। इन कर्मों को […] Read more »
धर्म-अध्यात्म वेद और आर्यसमाज देश व समाज की प्रमुख सम्पत्ति व शक्ति हैं May 10, 2020 / May 10, 2020 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य, आर्यसमाज का अस्तित्व वेद पर आधारित है। वेद ईश्वरीय ज्ञान और सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है। वेद ज्ञान व विज्ञान से युक्त व इनके सर्वथा अनुकूल है। वेद विद्या के ग्रन्थ हैं। वेद में अन्य ग्रन्थों के समान, कहानी किस्से व किसी आचार्य व मत प्रवर्तक के उपदेश नहीं हैं […] Read more » वेद और आर्यसमाज
धर्म-अध्यात्म ईश्वर से प्रतिदिन स्वस्थ जीवन एवं दीर्घायु की प्रार्थना करनी चाहिये May 8, 2020 / May 8, 2020 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य अपने जीवन में सुख चाहता है। सुख का आधार हमारा स्वास्थ्य होता है। सुख की यदि परिभाषा पर विचार करें तो वह सुख शब्द से ही प्राप्त होती है। सुख शब्द सु व ख इन दो अक्षर व पदों की सन्धि से बना एक शब्द व पद है। सु का […] Read more » Every day one should pray to God for a healthy life and longevity ईश्वर
समाज देश के सभी नागरिकों का चरित्र निर्माण किए बिना देशोन्नति होना सम्भव नहीं May 7, 2020 / May 7, 2020 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, देश में भौतिक उन्नति की बातें बहुत की जाती है और कुछ सीमा तक देश में भौतिक उन्नति हुई भी है। परन्तु यह भी सच है कि इस उन्नति का लाभ देश के सभी नागरिकों को समान रूप से नहीं मिला। इसका प्रमुख कारण देश के नागरिकों का चरित्रवान न होना […] Read more » देशोन्नति
धर्म-अध्यात्म धर्म की रक्षा, पालन व पोषण करना सभी सत्पुरुषों का कर्तव्य है May 7, 2020 / May 7, 2020 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य धर्म क्या है इसका ज्ञान देश देशान्तर के सभी मनुष्यों को नहीं है। अधिकांश लोग मत विशेष को ही धर्म मानते हैं। धर्म संस्कृत भाषा का शब्द है। यह शब्द किसी भी विदेशी भाषा में नहीं है। धर्म से कुछ मिलते जुलते विदेशी शब्द रिलीजन व मजहब आदि हैं परन्तु वह […] Read more » सत्पुरुषों का कर्तव्य
धर्म-अध्यात्म अचल व शान्त आत्मा में परमात्मा समाहित व प्रकाशित रहता है May 4, 2020 / May 4, 2020 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य ईश्वर सृष्टिकर्ता है और वह जीवात्माओं कोके कर्मानुसार भिन्न-भिन्न योनियों में जन्म देकर सुख व दुःख का भोग कराता है। मनुष्य जन्म उन जीवात्माओं को मिलता है जिनके पूर्वजन्म के कर्म-संचय में आधे से अधिक पुण्य कर्म होते हैं। इसका अर्थ यह है कि यदि पाप कर्म आधे से कम हैं […] Read more » आत्मा में परमात्मा समाहित
धर्म-अध्यात्म ईश्वर की उपासना का महत्व जानें व इसका ज्ञानपूर्वक पालन करें May 3, 2020 / May 3, 2020 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य उपासना क्या है और इसे क्यों करना चाहिये? उपासना करने के क्या लाभ हैं? यह विषय उपेक्षणीय नहीं है। उपासना पास बैठने को कहते हैं। हम अपनी माता की गोद में होते हैं तो हमें माता का स्नेह तथा उससे ज्ञान प्राप्त होता है। माता हमारी क्षुधा निवृति सहित सभी प्रकार […] Read more » importance of worshiping God Learn the importance of worshiping God ईश्वर की उपासना का महत्व
धर्म-अध्यात्म अग्निहोत्र से रोगकृमियों का नाश तथा स्वस्थ जीवन की प्राप्ति होती है May 3, 2020 / May 3, 2020 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य मनुष्य भोजन कर न केवल अपनी भूख को दूर करता है अपितु इससे उसे बल व शक्ति की प्राप्ति भी होती है। बच्चे दुग्ध, फलाहार व भोजन करते हैं जिससे उनको बल व शक्ति सहित शारीरिक वृद्धि की प्राप्ति होती है। जिनको अच्छा भोजन, गोदुग्ध, फल तथा बादाम, काजू, छुआरे आदि […] Read more » Agnihotra destroys pathogens and leads to a healthy life अग्निहोत्र
धर्म-अध्यात्म वेदधर्म की रक्षा मन्दिरों में साप्ताहिक सत्संगों तथा पूजा-पाठ मात्र करने से सम्भव नहीं May 2, 2020 / May 2, 2020 | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। वेद ईश्वर प्रदत्त ज्ञान है और धर्म का आदि मूल है। महाभारत तक वेद फलता फूलता रहा। महाभारत युद्ध व उसके बाद के 2,500 वर्षों तक तक पूरे विश्व का धर्म एकमात्र वेद ही था। महाभारत युद्ध की भीषण हानि के कारण सभी व्यवस्थायें अस्त–व्यस्त व भंग हो र्गइं। इस […] Read more » वेदधर्म
धर्म-अध्यात्म ईश्वर प्रदत्त वेदज्ञान से ही विश्व को सभी विद्याओं का ज्ञान हुआ May 2, 2020 / May 2, 2020 | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य संसार में समस्त ज्ञान व विद्यायें परा व अपरा के नाम से जानी जाती हैं। इस ज्ञान का आदि स्रोत क्या है? पश्चिम के लोग ईश्वर को यथार्थ रूप में नहीं जानते। इस कारण वहां के लोगों ने ईश्वर व आत्मा विषयक तत्वों व पदार्थों को जानने के लिये तरह तरह […] Read more » ईश्वर प्रदत्त वेदज्ञान
धर्म-अध्यात्म वैदिक जीवन स्वस्थ व श्रेष्ठ जीवन का प्रेरक एवं संवाहक April 30, 2020 / April 30, 2020 | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य संसार में सबसे प्राचीन धर्म व संस्कृति वेद वा वैदिक है। वेद ईश्वर का सृष्टि की आदि में दिया गया ज्ञान है। इस वेदज्ञान के अनुसार जो मत व धर्म प्रचलित हुआ उसी को वैदिक धर्म कहा जाता है। वैदिक धर्म उतना ही पुराना है जितना पुराना हमारा संसार है। न […] Read more » वैदिक जीवन