राजनीति शख्सियत समाज लोकतंत्र के लोकनायक अटल बिहारी बाजपेयी December 25, 2023 / December 26, 2023 | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल भारत के राजनीतिक इतिहास में अटल बिहारी वाजपेयी का संपूर्ण व्यक्तित्व शिखर पुरुष के रूप में दर्ज है। उनकी पहचान एक कुशल राजनीतिज्ञ, प्रशासक, भाषाविद, कवि, पत्रकार और लेखक के रूप में है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की विचारधारा में पले-बढ़े अटल राजनीति में […] Read more » अटल बिहारी बाजपेयी
राजनीति कनाडा को बदलनी होगी भारत विरोध की नीति September 20, 2023 / September 20, 2023 | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल भारत और कनाडा के रिश्ते तल्ख़ को चले हैं। जी-20 सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बीच मुलाकात में कनाडा की धरती से संचालित भारत विरोधी गतिविधियों को बंद करने की नसीहत दी गयी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी […] Read more » कनाडा को बदलनी होगी भारत विरोध की नीति
व्यंग्य मैं सांड हूँ ! जहाँ जाइएगा मुझे पाइएगा…? September 19, 2023 / September 19, 2023 | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल हमारे गांव-जवार में लठ्ठन गुरू का जलवा है। वह लम्बी कद काठी के गबरू जवान हैं। हालांकि उमर उनकी साठा है, लेकिन अपने को वह किसी गबरू जवान से कम नहीं समझते। फीट भर की हासिएदार मुंछे और छह फिट की लाठी रखते हैं। […] Read more » I am a bull! Wherever you go you will find me
कविता सड़क की पीड़ा September 18, 2023 / September 18, 2023 | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल मैं ने सुनी हैं उसकी आहटें मौन पीड़ा और अकुलाहटें वह बिलखती और तड़पती भी है आँसूओं से नहाती भी है लेकिन… उसकी आवाज़ मौन है क्योंकि वह एक सड़क है ! अब वह अकेली है उजड़ गए हैं उसके श्रृंगार विस्तार के लिए काट दिए गए पेड़ वह अब नंगी […] Read more » road pain
व्यंग्य हिंदी की खाइए और अंग्रेजी की गाइए September 12, 2023 / September 12, 2023 | Leave a Comment गजोधर भईया हिंदी की उन्नति को लेकर बेहद परेशान रहते हैं। बेचारे हिंदी के विकास में खुद का विकास खोजते हैं। सितंबर का पुण्य मास लगते ही उनका मुरझाया चहेरा खिल उठता है। उनके भीतर सुस्त पड़ा संवृद्ध हिंदी का सपना कुलाचें मारने लगता है। क्योंकि पवित्र मास का दूसरा पखवाड़ा हिंदी दिवस के रूप […] Read more »
लेख हैलो गुरूजी ! हम चाँद पर हैं और आप …? September 4, 2023 / September 4, 2023 | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल *दक्षिण भारत के राज्य कर्नाटक से एक चौंकाने वाली खबर आई है। जिसमें एक स्कूल टीचर ने धर्म विशेष के छात्र से कहा कि वह पाकिस्तान चला जाय।शिक्षिका पर आरोप है कि यह बात उन्होंने तब कहीं जब दो समुदाय विशेष के बच्चे […] Read more » Teachers Day
कहानी उपहार August 28, 2023 / August 28, 2023 | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल प्रज्ञान न जाने किस उधेड़बुन में खोया-खोया सा था।उसे कुछ अच्छा नहीं लग रहा था।दो-तीन दिन से उसने खाना भी ठीक से नहीं खाया था।बस मौन… खुद से बातें करता और बार-बार आसमान को निहारता। प्रज्ञान के भीतर चल रहे इस संघर्ष को पत्नी […] Read more » उपहार
राजनीति विश्ववार्ता जिनपिंग और मोदी सुलझाएं सीमा विवाद August 25, 2023 / August 25, 2023 | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में आयोजित ब्रिक्स सम्मेलन से भारत -चीन के संबंधों पर एक सकारात्मक संदेश आया है। दोकलाम विवाद के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग कई सालों बाद हाथ बढ़ाया है। हालांकि दोनों नेताओं के मुलाकात की कोई […] Read more » जिनपिंग और मोदी सुलझाएं सीमा विवाद
राजनीति लेख भारत के हुए चंदा मामा, लहराया तिरंगा August 24, 2023 / August 24, 2023 | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल भारत के चंद्रयान मिशन पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी थी। आखिरकार हमारे वैज्ञानिकों ने अथक प्रयास के बाद चांद पर तिरंगा लहरा दिया। क्योंकि रूस के लूना-25 की असफलता के बाद दुनिया सख्ते में थी। चंद्रयान मिशन की सफलता के लिए पूरा […] Read more »
पर्यावरण लेख मुझसे बोलती और बतियाती प्रकृति August 22, 2023 / August 22, 2023 | Leave a Comment प्रकृति किसी से कुछ लेती नहीं वह सिर्फ देती है। शायद इसी सिद्धांत का पालन नदी और फलों से लदे वृक्ष करते हैं। वृक्ष कबहुँ न फल भखै, नदी न संचय नीर, परमार्थ के कारने साधुन धरा शरीर। प्रकृति मुझसे कुछ लेती नहीं है। वह अपना सब कुछ मुझे लौटाना चाहती है। फल के रुप […] Read more »
राजनीति कदम -कदम बढ़ाए जा तिरंगा हाथ में उठाए August 14, 2023 / August 14, 2023 | Leave a Comment राष्ट्रीय ध्वज हमारे गौरव और स्वाभिमान का प्रतीक है। दुनिया का कोई भी देश अपने राष्ट्रीय ध्वज को जान से भी अधिक सम्मान देता है। राष्ट्रीय ध्वज के सम्मान के लिए लाखों लोग बलिदान हो चुके हैं। भारत में राष्ट्रीय ध्वज विशेष अवसरों पर फहराया जाता है। बचपन में जब हम स्कूली शिक्षा ग्रहण कर […] Read more »
कविता आओ ! थोड़ा मुस्कुरा लेते हैं August 2, 2023 / August 2, 2023 | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल देखो ! दुनिया कितनी बदल गई है ना सबको तो बस ! अपनी ही पड़ी है दूसरे की कोई सुनता ही नहीं कोई दूसरे को पढ़ता नहीं दूसरे को कोई जानता नहीं आओ ! हम-तुम मन की बातें करते हैं थोड़ा मुस्कुरा और खिलखिला लेते हैं जब ! फुर्सत […] Read more »