मनोरंजन सिनेमा भारत कुमार को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि: मनोज कुमार – एक युग, एक विचार, एक भावना April 6, 2025 / April 6, 2025 | Leave a Comment “है प्रीत जहाँ की रीत सदा मैं गीत वहाँ के गाता हूँ भारत का रहने वाला हूँ भारत की बात सुनाता हूँ” -प्रियंका सौरभ जब भी भारतभूमि से जुड़ी फिल्मों और कलाकारों की बात होती है, तो एक नाम स्वाभाविक रूप से मन में आता है – मनोज कुमार। यह नाम सिर्फ एक अभिनेता का […] Read more » मनोज कुमार
राजनीति वक्फ संशोधन बिल 2024: पारदर्शिता और जवाबदेही की ओर एक क्रांतिकारी कदम April 3, 2025 / April 3, 2025 | Leave a Comment भ्रष्टाचार पर लगाम और पारदर्शिता की नई पहल” वक्फ संशोधन बिल 2024 लोकसभा में पारित हुआ, जिसका उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाना है। भारत में वक्फ बोर्ड के अंतर्गत लाखों एकड़ भूमि आती है, लेकिन वर्षों से इसके दुरुपयोग, भ्रष्टाचार और मनमानी के आरोप लगते रहे हैं। यह बिल वक्फ […] Read more » : A revolutionary step towards transparency and accountability wakf amendmend bill Wakf Amendment Bill 2024 वक्फ संशोधन बिल 2024
कार्टून मनोरंजन राजनीति घिब्ली की दुनिया बनाम हकीकत: कला, रोजगार और मौलिकता का संघर्ष April 1, 2025 / April 1, 2025 | Leave a Comment रोजगार हमारी ज़रूरतों के लिए आवश्यक है, लेकिन कला और मनोरंजन मानसिक शांति और प्रेरणा का स्रोत बन सकते हैं। घिब्ली स्टाइल इमेजरी और एआई टूल्स सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे हैं, जिससे मौलिकता पर सवाल उठ रहे हैं। पहले जहां कलाकारों को महीनों मेहनत करनी पड़ती थी, अब एआई कुछ सेकंड में वैसा […] Read more » घिब्ली की दुनिया
लेख 1930 की चेतावनी और पकते कान: साइबर सतर्कता या शोरगुल? April 1, 2025 / April 1, 2025 | Leave a Comment एक ज़रूरी बचाव, लेकिन क्या लोग ऊब गए हैं? साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 और ऑनलाइन ठगी से बचाव की चेतावनियाँ इतनी बार सुनाई देने लगी हैं कि लोग अब इनसे ऊबने लगे हैं। बैंक, फोन कंपनियाँ, न्यूज़ चैनल्स, और सोशल मीडिया हर जगह साइबर फ्रॉड के अलर्ट्स छाए हुए हैं, जिससे लोग ठगी से कम […] Read more » साइबर सतर्कता
कविता जीवन का आधार March 31, 2025 / March 31, 2025 | Leave a Comment भाई अगर निभा रहा, फर्ज सभी हर बार।समझो उसकी संगिनी, पूजन की हकदार॥ जो नारी ससुराल को, देती मान अपार।उसका गौरव गूँजता, फैले सुख संसार॥ संबल पति का जो बने, दे सबको अधिकार।ऐसी नारी पूज्य है, सदा करे उद्धार॥ बाँधे जो परिवार को, स्नेह सुधा से लीप।सौरभ ऐसी नारियाँ, कुल को रखे समीप॥ जो ना […] Read more » जीवन का आधार
कला-संस्कृति लेख क्या सचमुच सिमट रही है दामन की प्रतिष्ठा? March 28, 2025 / March 28, 2025 | Leave a Comment समय के साथ परिधान और समाज की सोच में बदलाव आया है। पहले “दामन” केवल वस्त्र का टुकड़ा नहीं, बल्कि मर्यादा और संस्कृति का प्रतीक माना जाता था। पारंपरिक वस्त्रों—साड़ी, घाघरा, अनारकली—को महिलाओं की गरिमा से जोड़ा जाता था। “दामन की प्रतिष्ठा” अब भी बनी हुई है, परंतु उसकी परिभाषा बदल चुकी है। परंपरा और […] Read more » Is Daman's reputation really shrinking? सिमट रही है दामन की प्रतिष्ठा
बच्चों का पन्ना राजनीति विधि-कानून बार-बार समाज को झकझोरते संवेदनहीन फैसले March 27, 2025 / March 27, 2025 | Leave a Comment अमानवीय फैसले,संवेदनहीन न्याय? क्या हमारी न्याय प्रणाली यौन अपराधों के मामलों में और अधिक संवेदनशील हो सकती है? या फिर ऐसे सवेंदनहीन, अमानवीय फैसले बार-बार समाज को झकझोरते रहेंगे? यह मामला न्यायपालिका की संवेदनशीलता और यौन अपराधों के खिलाफ कड़े कानूनों की प्रभावशीलता पर सवाल उठाता है। महिला संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने फैसले का […] Read more » Kerala HC narrows the scope of ‘rubbing-touching-ejaculation’ in POCSO cases POCSO (Protection of Children from Sexual Offences) POCSO Act संवेदनहीन न्याय
लेख समाज डिजिटल भारत में विचारों की बेड़ियां March 26, 2025 / March 26, 2025 | Leave a Comment सरकार द्वारा ओटीटी प्लेटफार्मों की निगरानी, सोशल मीडिया पर टेकडाउन आदेश और आईटी नियम 2021 ने डिजिटल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को सीमित किया है। सेंसरशिप और आत्म-नियमन से प्लेटफार्म अधिक सामग्री हटाने लगे हैं, जिससे विचारों की विविधता प्रभावित होती है। झूठी सूचनाओं और साइबर अपराधों को रोकने के लिए कुछ हद तक नियमन आवश्यक […] Read more »
लेख समाज शादी के बाद करियर: उड़ान या उलझन?” March 24, 2025 / March 24, 2025 | Leave a Comment परिवारों को यह समझना होगा कि शादी का मतलब महिलाओं के करियर का अंत नहीं होता। पुरुषों को घर और बच्चों की जिम्मेदारी में बराबर भागीदारी निभानी चाहिए। कंपनियों को महिलाओं के लिए अधिक फ्लेक्सिबल जॉब ऑप्शंस देने चाहिए। करियर और शादी को विरोधी ध्रुवों की तरह देखने की बजाय उन्हें साथ ले चलने की […] Read more » Career after marriage शादी के बाद करियर
लेख स्वास्थ्य-योग अस्पतालों में बिना ज़रूरत के बढ़ते सीज़ेरियन March 24, 2025 / March 24, 2025 | Leave a Comment यह सच है कि कुछ निजी अस्पताल अधिक मुनाफे के लिए अनावश्यक सीज़ेरियन कर रहे हैं, लेकिन सभी को दोषी ठहराना उचित नहीं होगा। समाधान के लिए महिलाओं की जागरूकता, डॉक्टरों की नैतिक ज़िम्मेदारी और सरकारी नियमों की ज़रूरत है। कुछ सवाल है जिनके जवाब सबको मिलकर ढूँढने ज़रूरी है? क्या यह महिलाओं की ज़रूरत […] Read more » caesareans on the rise in hospitals Unnecessary caesareans on the rise in hospitals सीज़ेरियन
लेख माटी अब भी पूछती March 22, 2025 / March 24, 2025 | Leave a Comment पैदा क्यों होते नहीं, भगत सिंह से वीर,माटी अब भी पूछती, कब जागेगी पीर? स्वप्न सिसकते रह गए, कहाँ गई वह बात,चिंगारी तो जल रही, राख हुई सौगात। नारे मंच पर गूंजते, हुई ज़ुबां है मौन,जोश बिखरकर रह गया, जज़्बा लाये कौन। होते हैं भाषण बहुत, पर खामोश ज़मीर,शब्द बचे हैं युद्ध के, गए कहाँ […] Read more » माटी अब भी पूछती
कविता छोड़ो व्यर्थ पानी बहाना… March 21, 2025 / March 21, 2025 | Leave a Comment बारिश को अब आने दो।तपती गर्मी जाने दो॥ छोड़ो व्यर्थ पानी बहाना,जीवन को बच जाने दो॥ ये बादल भी कुछ कह रहे।इनको मन की गाने दो॥ कटते हुए पेड़ बचाओ।शुद्ध हवा कुछ आने दो॥ पंछी क्या कहते है सुन लो।उनको पंख फैलाने दो॥ फोटो में ही लगते पौधे।सच को बाहर लाने दो॥ होती कैसे धरा […] Read more » छोड़ो व्यर्थ पानी बहाना…