कविता वीवो आईपीएल 2021 April 7, 2021 / April 7, 2021 | Leave a Comment सिक्सर कौन लगायेगाकौन नाम बनायेगाकिसके सिर पर सजेगा ताजयह अब तय हो जायेगासही गिरेगी गुगली या स्विच हिट लग जायेगाबाउंसर गुजरेगी कानों सेया हुक शॉट खेला जायेगाक्या गेंद रहेगी नीची या सिर से टकरायेगीक्या पिच लेगी स्पिन या ओस साथ निभायेगीकौन लक्ष्य को भेदेगा ,कौन जश्न मनायेगायह तो,वीवो आईपीएल ही बतायेगा ||क्या दिखेगी हिट मैन […] Read more » वीवो आईपीएल 2021
कविता होली March 27, 2021 / March 27, 2021 | Leave a Comment फिर मादकता की अंगड़ाई लेकर ,होली का पर्व आया हैआम्र कुंज से मुखर मुकुल का ,सौरभ पवन स्वयं लाया है ||भूमि पर ज्योति की बांसुरी बजानेफूल के गांव में पांखुरी खिलानेहर किरन के अधर पर ,सरस तान यह लाया हैफिर मादकता की अंगड़ाई लेकर ,होली का पर्व आया है ||मदन सखा सुकुमार मनोहर ,काम लिये […] Read more » Holi Poem on Holi होली
कविता समय का पहिया February 25, 2021 / February 25, 2021 | Leave a Comment मानो तो मोती ,अनमोल है समयनहीं तो मिट्टी के मोल है समयकभी पाषाण सी कठोरता सा है समयकभी एकान्त नीरसता सा है समयसमय किसी को नहीं छोड़ताकिसी के आंसुओं से नहीं पिघलतासमय का पहिया चलता हैचरैवेति क्रम कहता हैस्वर्ण महल में रहने वालेतेरा मरघट से नाता हैसारे ठौर ठिकाने तजकरमानव इसी ठिकाने आता है ||भूले […] Read more » समय का पहिया
कविता वो जश्न कोई मना न सके February 2, 2021 / February 2, 2021 | Leave a Comment वो जश्न कोई मना न सकेदोस्ती वो निभा न सकेआग दिल की बुझा न सकेमेरे जज्बातों से खेलकर भीवो जश्न कोई मना न सके ||कभी खामोश रहता हूँकभी मैं खुल कर मिलता हूँजमाना जो भी अब समझेज़माने की परवाहअब मैं न करता हूँवो पल कैसे भूल सकता हूँबुझाई थी नयनों की प्यास जब तुमनेवो हर […] Read more » वो जश्न कोई मना न सके
कविता सम्मान तिरंगा January 25, 2021 / January 25, 2021 | Leave a Comment तिरंगा तो ,हमारी आन बान हैयह दुनिया में रखता ,अजब शान हैयह राष्ट्र का ईमान है ,गर्व और सम्मान हैस्वतन्त्रता और अस्मिता की ,यह एक पहचान हैक्रान्तिकारियों की गर्जन हुंकार हैविभिन्नता में एकता की मिसाल हैएकता सम्प्रभुता का कराता ज्ञान हैधर्म है निरपेक्ष इसका ,जाति एक समान हैयह तिरंगा तो ,हमारी आन बान हैयह दुनिया […] Read more » poem on republic day republic day सम्मान तिरंगा
कविता आओ सब मिलकर नव वर्ष मनाएं December 29, 2020 / December 29, 2020 | Leave a Comment आओ सब मिलकर नव वर्ष मनाएंसुखद हो जीवन हम सबकाक्लेश पीड़ा दूर हो जाएस्वप्न हों साकार सभी केहर्ष से भरपूर हो जाएंमिलन के सुरों से बजे बांसुरीये धरती हरी भरी हो जाएहों प्रेम से रंजीत सभीऐसा कुछ करके दिखलायेंआओ सब मिलकर नव वर्ष मनाएं ||हम उठें व उठावें जगत कोसृजन का सुर ताल होहम सजग […] Read more » Let us all celebrate new year आओ सब मिलकर नव वर्ष मनाएं सेलिब्रेट न्यू इयर
कविता मोहब्बत December 20, 2020 / December 20, 2020 | Leave a Comment नदी की बहती धारा है मोहब्बतसुदूर आकाश का ,एक सितारा है मोहब्बतसागर की गहराई सी है मोहब्बतनिर्जन वनों की तन्हाई सी है मोहब्बतख्वाहिशों की महफिलों का ,ठहरा पल है मोहब्बतशाख पर अरमानों के गुल है मोहब्बतख्वाहिशों के दरमियां ,एक सवाल है मोहब्बतदर्द का किश्तों में ,आदाब है मोहब्बतलबों से दिल का पैगाम है मोहब्बतशब्द कलम […] Read more » मोहब्बत
कविता वो सारे जज्बात बंट गए November 29, 2020 / November 29, 2020 | Leave a Comment प्रभात पाण्डेय गिरी इमारत कौन मर गयाटूट गया पुल जाने कौन तर गयाहक़ मार कर किसी काये बताओ कौन बन गयाजिहादी विचारों सेईश्वर कैसे खुश हो गयाधर्म परिवर्तन करने सेये बताओ किसे क्या मिल गयाजाति ,धर्म समाज बंट गयेआकाओं में राज बट गयेआज लड़े कल गले मिलेंगेवो सारे जज्बात बंट गए || नफरतों की आग […] Read more » वो सारे जज्बात बंट गए