राजनीति भारत के आर्थिक विकास में जनजाति समाज का है भरपूर योगदान November 10, 2022 / November 10, 2022 | Leave a Comment भारत भूमि का एक बड़ा हिस्सा वनों एवं जंगलों से आच्छादित है। भारतीय नागरिकों को प्रकृति का यह एक अनोखा उपहार माना जा सकता है। इन वनों एवं जंगलों की देखभाल मुख्य रूप से जनजाति समाज द्वारा की जाती रही है। जनजाति समाज की विकास यात्रा अपनी भूख मिटाने एवं अपने को सुरक्षित रखने के […] Read more » Tribal society has a lot of contribution in the economic development of India
राजनीति आज विश्व में कई देश भारतीय मूल के नागरिकों को कर रहे हैं उच्च पदों पर आसीन November 7, 2022 / November 7, 2022 | Leave a Comment अभी हाल ही में भारतीय मूल के राजनेता श्री ऋषि सुनक ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है। इस समाचार से स्वाभाविक रूप से भारतीय समाज में भी खुशी की लहर दौड़ गई। परंतु, ब्रिटेन के अलावा विश्व के अन्य 7 देशों में भी भारतीय मूल के राजनेताओं ने प्रधानमंत्री अथवा राष्ट्रपति का […] Read more »
आर्थिकी लेख कई देशों की मुद्राओं की तुलना में मजबूत हो रहा भारतीय रुपया November 5, 2022 / November 5, 2022 | Leave a Comment विश्व के कई देशों में मुद्रा स्फीति को नियंत्रित करने के उद्देश्य से वहां के केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में लगातार वृद्धि की जा रही है। विशेष रूप से अमेरिका में ब्याज दरों में की जा रही वृद्धि का असर अन्य देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर भी पड़ रहा है क्योंकि अमेरिकी डॉलर वैश्विक स्तर […] Read more » मजबूत हो रहा भारतीय रुपया
आर्थिकी बदल रही है भारत की तस्वीर, धार्मिक आयोजनों से अर्थव्यवस्था को मिल रहा है बल October 28, 2022 / October 28, 2022 | Leave a Comment हिंदू सनातन संस्कृति में धर्म एवं आध्यात्म का विशेष महत्व है। हाल ही के समय में देश में एतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण मंदिरों एवं अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय ख्याति के धर्मस्थलों का जीर्णोद्धार एवं विकास किया जा रहा है। जिसके चलते इन शहरों में धर्मावलम्बियों की यात्रा में जबरदस्त उछाल देखने में आया है और इसके कारण […] Read more » religious events are giving strength to the economy The picture of India is changing
पर्यावरण रहने लायक नहीं रहेगी यह धरा यदि प्रकृति का शोषण इसी रफ्तार से चलता रहा October 27, 2022 / October 27, 2022 | Leave a Comment भारतीय हिंदू सनातन संस्कृति हमें यह सिखाती है कि आर्थिक विकास के लिए प्रकृति का दोहन करना चाहिए न कि शोषण। परंतु, आर्थिक विकास की अंधी दौड़ में पूरे विश्व में आज प्रकृति का शोषण किया जा रहा है। प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग कर प्रकृति से अपनी आवश्यक आवश्यकताओं की पूर्ति बहुत ही आसानी […] Read more » This earth will not be habitable if the exploitation of nature continues at this speed. प्रकृति का शोषण
परिचर्चा राजनीति उत्सर्जन वृद्धि पर अंकुश लगाने हेतु भारत के सराहनीय प्रयास October 15, 2022 / October 15, 2022 | Leave a Comment एक अनुसंधान प्रतिवेदन के अनुसार, यदि वातावरण में 4 डिग्री सेल्सियस से तापमान बढ़ जाय तो भारत के तटीय किनारों के आसपास रह रहे लगभग 5.5 करोड़ लोगों के घर समुद्र में समा जाएंगे। साथ ही, चीन के शांघाई, शांटोयु, भारत के कोलकाता, मुंबई, वियतनाम के हनोई एवं बांग्लादेश के खुलना शहरों की इतनी जमीन समुद्र में समा जाएगी कि इन शहरों की आधी आबादी पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा। वेनिस एवं पीसा की मीनार सहित यूनेस्को विश्व विरासत के दर्जनों स्थलों पर समुद्र के बढ़ते स्तर का विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। Read more » उत्सर्जन वृद्धि पर अंकुश
आर्थिकी लेख विकसित देशों की तुलना में भारत में तेजी से कम हो रही है गरीबी October 12, 2022 / October 12, 2022 | Leave a Comment अभी हाल ही में संयुक्त राष्ट्र डेवलपमेंट प्रोग्राम ने मानव विकास सूचकांक (एचडीआर) प्रतिवेदन 2021-22 जारी किया है। एचडीआर की वैश्विक रैंकिंग में भारत 2020 में 130वें पायदान पर था और 2021 में 132वें पर आ गया है, ऐसा इस प्रतिवेदन में बताया गया है। Read more » Poverty is decreasing faster in India than developed countries
आर्थिकी भारत की आर्थिक उपलब्धियों को कमतर क्यों आंका जा रहा है October 10, 2022 / October 10, 2022 | Leave a Comment ऐसा कहा जाता है कि अर्थशास्त्र एक जटिल विषय है। जिस प्रकार शरीर की विभिन्न नसें, एक दूसरे से जुड़ी होकर पूरे शरीर में फैली होती हैं और एक दूसरे को प्रभावित करती रहती हैं, उसी प्रकार अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलू (रुपए की कीमत, ब्याज दरें, मुद्रा स्फीति, बेरोजगारी, आर्थिक असमानता, वित्त की व्यवस्था, विदेशी […] Read more » भारत की आर्थिक उपलब्धि
लेख भारतीय पर्यटन उद्योग में आ रही है रोजगार के नए अवसरों की बहार October 1, 2022 / October 1, 2022 | Leave a Comment अभी हाल ही में जारी की गई सीधी नियुक्ति मंच हायरेक्ट की 'जॉब इंडेक्स रिपोर्ट' के अनुसार, जून 2022 से अगस्त 2022 के तीन महीनों के दौरान टूर एंड ट्रेवल उद्योग में नए रोजगार के अवसरों में जोरदार तेजी देखी गई है, जो भारत के लिए रोजगार की दृष्टि से बहुत अच्छा संकेत माना जा सकता है। दरअसल कोविड महामारी के दौर का असर कम होने के बाद अन्य उद्योगों के साथ ही पर्यटन उद्योग भी अब तेजी से वापिस पटरी पर आ गया है। भारत में वित्त वर्ष 2022-23 के जून-अगस्त 2022 की अवधि के दौरान यात्रा और पर्यटन उद्योग में रोजगार के नए अवसरों में 28 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। Read more » New job opportunities in Indian tourism industry भारतीय पर्यटन उद्योग भारतीय पर्यटन उद्योग में रोजगार के नए अवसर
आर्थिकी लेख भारत में त्यौहारों का मौसम देता है अर्थव्यवस्था को गति September 29, 2022 / September 29, 2022 | Leave a Comment भारतीय संस्कृति में त्यौहारों का विशेष महत्व है एवं भारतीय नागरिक इन त्यौहारों को बहुत ही श्रद्धा एवं उत्साह के साथ मनाते है। गणेश चतुर्थी, नवरात्रि, दशहरा, दीपावली, होली, ओणम, रामनवमी, महाशिवरात्रि, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, आदि त्यौहारों को भारत में सबसे महत्वपूर्ण त्यौहारों में गिना जाता है। कुछ त्यौहारों, जैसे दीपावली, के तो एक दो माह […] Read more » Festive season gives impetus to economy in India
लेख कृषि क्षेत्र में उत्पन्न हो रहे हैं रोजगार के नए अवसर September 28, 2022 / September 28, 2022 | Leave a Comment भारत आज दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो गया है। भारत में करीब 8 करोड़ परिवार दुग्ध उत्पादन और इसके व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। देश में प्रति वर्ष लगभग 9.5 लाख करोड़ रुपए की कीमत का दूध का उत्पादन होता है। Read more » New employment opportunities are being generated in the agriculture sector कृषि क्षेत्र में रोजगार
शख्सियत समाज साक्षात्कार श्री ईश्वरचंद्र विद्यासागर ने हिंदू समाज में व्याप्त कुरीतियों को समाप्त करने के प्रयास किए September 26, 2022 / September 26, 2022 | Leave a Comment श्री ईश्वरचंद्र बंद्योपाध्याय “विद्यासागर” का जन्म दिनांक 26 सितंबर, 1820 को पश्चिम बंगाल (बंगाल प्रेसीडेंसी) के जिला मेदिनीपुर के ग्राम बिरसिंह में हुआ था। आपके पिता का नाम श्री हकुरदास बंद्योपाध्याय और आपकी माता का नाम श्रीमती भगवती देवी था। आप महान समाज सुधारक, दार्शनिक, शिक्षाविद्, लेखक, अनुवादक, मुद्रक, प्रकाशक, उद्यमी, परोपकारी और संस्कृत के विद्वान माने जाते है। […] Read more » Shri Ishwarchandra Vidyasagar made efforts to end the evils prevalent in the Hindu society. श्री ईश्वरचंद्र विद्यासागर