चुनाव राजनीति राष्ट्रीय सोच के साथ हमेशा रहा है उत्तराखण्डी May 6, 2014 | Leave a Comment -राजेन्द्र जोशी- देहरादून। उत्तराखण्ड राज्य में क्या हरीश रावत कांग्रेस की डूबती नैया को बचा पाने में सफल हो पायेंगे यह सवाल लाख टके का हो गया है। क्योंकि रावत के इतनी मेहनत करने के बावजूद पार्टी में चुनाव के दौरान शामिल किये गये कांग्रेस के बागी नेता न तो संगठन के नेताओं से सामंजस्य […] Read more » उत्तराखंड उत्तराखंड चुनाव
जन-जागरण आपदा पीढितों का दर्द: अब कहां जायेंगे, गांव भी बह गया July 7, 2013 | 1 Comment on आपदा पीढितों का दर्द: अब कहां जायेंगे, गांव भी बह गया राजेन्द्र जोशी देहरादून । घर-बार बर्बाद हो गया, आंखों में आँसू है और सामने अंधेरा। रोज कोई नेता आता है, सपने दिखाने के लिए। बारिश से रात को नींद भी नहीं आ रही है। 15 जून के बाद की रातों की याद ने नींद भी छीन ली है। हर बारिश की बूँद की आवाज से […] Read more » आपदा पीढितों का दर्द
राजनीति हताशा व निराशा के दस साल November 10, 2010 / December 20, 2011 | 1 Comment on हताशा व निराशा के दस साल नौ नवम्बर को उत्तराखण्ड 10 वर्ष का हो गया । यूं तो दस साल का सफर कोई बहुत ज्यादा नहीं होता लेकिन खुदा कसम बहुत कम भी तो नहीं होता। दस वर्षों में किसी भी नवजात शिशु के आकार मजबूत तथा उसकी बुनियाद ठोस पड़ती है। लेकिन अफसोस कि शिशु रूपी यह उत्तराखण्ड कुपोषण का […] Read more » Disappointment निराशा
समाज बलिदानियों का एक गांव स्यूंटा September 26, 2009 / December 26, 2011 | 4 Comments on बलिदानियों का एक गांव स्यूंटा देहरादून। इतिहास में बावन गढ़ों के नाम से प्रसिद्ध गढ़वाल के वीरों की गाथाएं प्रदेश और देश की सीमाओं में नहीं बंधी हैं। गढ़ योद्धाओं की वीरता की गूंज फ्रांस के न्यू चैपल समेत इटली से लेकर ईरान तकसुनी जा सकती है। क्रूर मौसम भले ही खेत में खड़ी फसलों को चौपट कर दे, लेकिन […] Read more » Sacrificer बलिदानियों