विविधा पलायन किसी समस्या का हल नहीं है June 12, 2011 / December 11, 2011 | 3 Comments on पलायन किसी समस्या का हल नहीं है आनन्द स्वरूप द्विवेदी मई और जून का माह आत्महत्याओं का माह होता है। क्योंकि इसी माह में भारत के अनेक बोर्डों का हाईस्कूल और इन्टर का रिजल्ट आता है। जिसमें असफल या कम नम्बर पाने वाले बहुत से छात्र आत्म हत्या कर लेते। ऐसे अभागे छात्र जीवन को सही से समझ नहीं पाते है, स्वयं […] Read more »
व्यंग्य भ्रष्टाचार पोषक चांडाल चौकडि सावधान हो जाओ जनता आती है। June 8, 2011 / December 11, 2011 | Leave a Comment आनन्द स्वरूप यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्वभवथि भारतह अभ्युथानम अधर्मस्य तदात्मानम स्रिजामि अहम। भगवान नें अपने भक्तो को दिये गये इस वचन को समय समय पर सार्थक किया है। कभी स्वयं आकर के तो कभी अपने किसी परम भक्त को भेज करके।इस कल्युग मे स्वयं तो नहीं आये पर जब भी मानवता को आवश्यकता पडी […] Read more » Corruption
राजनीति अंग्रेजी मानसिकता सरकार का अधिकार है June 5, 2011 / December 11, 2011 | 2 Comments on अंग्रेजी मानसिकता सरकार का अधिकार है काग्रेंस ने हमे आजादी दिलायी थी इस बात पर मै गर्व करता था ।पर ४-५ जून कि रात को सरकार और काग्रेंस ने जो कू कर्म किया वह तो अग्रेजो से भी दो कदम आगे है।सरकार के इस कदम को देख कर लगता आजादी हमे केवल गोरे अग्रेजो से मिली है अभी काले अंग्रेज(अंग्रेजी मानसिकता […] Read more » Right अंग्रेजी मानसिकता अधिकार सरकार
जन-जागरण राजनीति ये पब्लिक है सब जानती है। May 29, 2011 / December 12, 2011 | Leave a Comment आज हर व्यक्ति केवल भाई भतीजा वाद मे फस गया है, हर जगह केवल पैसा और सिफारिश का जमाना आगया हैं।दफ्तर हो या समाज व्यक्ति केवल आपना हित साधना चाहता है दूसरे के हित कि तो कोई सोचता हि नहीं है। इस तरह से हमारी राजनैतिक पार्टियाँ होगयी है। उन में भी जो लोग पार्टियों […] Read more » Public ये पब्लिक है सब जानती है