राजनीति क्या मुस्लिम समुदाय ‘अल्पसंख्यक’ है? April 19, 2022 / April 19, 2022 | Leave a Comment -प्रो. रसाल सिंह‘अल्पसंख्यक’ शब्द का अनवरत दोहन और दुरुपयोग भारतीय राजनीति का कड़वा सच हैI भारतीय संविधान में सन्दर्भ-विशेष में प्रयुक्त इस शब्द को आजतक अपरिभाषित छोड़कर मनमानी की जाती रही हैI इस मनमानी ने दो समुदायों-हिन्दू और मुसलमान के बीच अविश्वास, असंवाद और अलगाव का बीजारोपण किया हैI तथाकथित प्रगतिशील-पंथनिरपेक्ष दलों की स्वार्थ-नीति का […] Read more » क्या मुस्लिम समुदाय अल्पसंख्यक है?
राजनीति बहुसंख्यकों को अल्पसंख्यक बताने की राजनीति April 19, 2022 / April 19, 2022 | Leave a Comment -प्रो. रसाल सिंह ‘अल्पसंख्यक’ का दर्जा मिलने के मामले में जम्मू-कश्मीर का मामला काफी विचित्र और विडम्बनापूर्ण हैI वहाँ मुस्लिम समुदाय की संख्या 68.31 प्रतिशत और हिन्दू समुदाय की संख्या मात्र 28.44 प्रतिशत हैI लेकिन न सिर्फ केंद्र सरकार बल्कि अब तक की सभी राज्य सरकारों की नज़र में मुस्लिम समुदाय अल्पसंख्यक हैI अबतक वही […] Read more » The politics of calling the majority a minority बहुसंख्यकों को अल्पसंख्यक बताने की राजनीति
राजनीति हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषाएं और देवनागरी लिपि April 15, 2022 / April 15, 2022 | Leave a Comment प्रो. रसाल सिंह संसदीय राजभाषा समिति की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अंग्रेजी के विकल्प के रूप में हिंदी को अपनाने का आह्वान किया। साथ ही, उन्होंने बताया कि उत्तर-पूर्व के नौ समुदाय अपनी भाषाओं की लिपि के रूप में देवनागरी लिपि को अपना चुके हैं। उत्तर-पूर्व के सभी आठों राज्यों […] Read more » Devanagari script Hindi and other Indian languages भारतीय भाषाएं और देवनागरी लिपि
राजनीति कहीं पर नज़रें,कहीं पर निशाना : जेएनयू की कुलपति के विरोध की वास्तविक वजहें! March 2, 2022 / March 2, 2022 | Leave a Comment -प्रो. रसाल सिंह राजधानी दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति प्रोफ़ेसर शांतिश्री धूलिपुडी पंडित की नियुक्ति विवाद का विषय बना दी गयी हैI तीन साल पहले ही अपनी स्वर्णजयंती मना चुके देश के इस प्रतिष्ठित उच्च शिक्षा संस्थान के कुलपति के रूप में नियुक्त होने वाली वे पहली महिला शिक्षाविद् हैंI वे […] Read more » protesting against JNU Vice Chancellor! कुलपति प्रोफ़ेसर शांतिश्री धूलिपुडी पंडित जेएनयू की कुलपति के विरोध की वास्तविक वजहें
राजनीति जरूरी हैं चुनाव सुधार January 24, 2022 / January 24, 2022 | Leave a Comment प्रो. रसाल सिंह पिछले दिनों केंद्र सरकार ने चुनाव सुधार की दिशा में निर्णायक पहल की हैI सरकार ने– मतदाता पहचान-पत्र को आधार कार्ड से जोड़ने, पंचायत/निकाय चुनावों और विधानसभा/लोकसभा चुनावों की मतदाता सूचियों को एक करने, नए मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में शामिल करने के लिए18 वर्ष की आयु-निर्धारण करने हेतु एक तिथि […] Read more » Electoral reforms are necessary जरूरी हैं चुनाव सुधार
लेख सामान्य प्रवेश परीक्षा: सुगम होगी दाखिले की राह December 28, 2021 / December 28, 2021 | Leave a Comment –प्रो.रसाल सिंह पिछले साल दिसंबर में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आर. पी. तिवारी की अध्यक्षता में एक सात सदस्यीय समिति का गठन किया था। इस समिति का गठन सभी 45 केन्द्रीय विश्वविद्यालयों के स्नातक और स्नातकोत्तर स्तरीय गैर-व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश सम्बन्धी समस्याओं के समाधान के लिए किया […] Read more » CET Common Entrance Test सामान्य प्रवेश परीक्षा
राजनीति वंशवादी राजनीति के शिकंजे में छटपटाता लोकतंत्र December 6, 2021 / December 6, 2021 | Leave a Comment -प्रो. रसाल सिंहसंविधान दिवस (26 नवम्बर) के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी मार्के की बात कही हैI उन्होंने कहा है कि वंशवादी दल अपना लोकतान्त्रिक चरित्र खो चुके हैंI इन दलों में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है और ये लोकतंत्र की रक्षा करने में सक्षम नहीं हैंI दरअसल, […] Read more » Democracy in the grip of dynastic politics अकाली दल (बादल) आर कांग्रेस तेलंगाना राष्ट्र समिति और वाई एस द्रविड़ मुनेत्र कषगम नैशनल कॉन्फ्रेंस नैशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी में कांग्रेस राष्ट्रीय जनता दल वंशवादी राजनीति शिवसेना समाजवादी पार्टी
लेख क्या कंगना इतिहासकार हैं? November 24, 2021 / November 24, 2021 | Leave a Comment -प्रो. रसाल सिंहउपेक्षा ऊलजलूलपन का सबसे अच्छा उत्तर है। परन्तु हम ऐसे समय में जीने के लिए अभिशप्त हैं, जबकि बेतुकी बातें भी विमर्श बन जाती हैं। इसलिए ऐसी बात बोलने वालों का प्रतिरोध अनिवार्य हो जाता है। अपने दमदार अभिनय से दर्शकों को प्रभावित करने वाली अभिनेत्री कंगना रनौत का विवादों से भी पुराना […] Read more » 'भीख' के रूप में आज़ादी Is Kangana a historian भीख के रूप में आज़ादी
राजनीति राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल और पंजाब, पश्चिम बंगाल में बवाल! November 19, 2021 / November 19, 2021 | Leave a Comment –प्रो. रसाल सिंह पंजाब की देखा-देखी पश्चिम बंगाल विधान सभा ने भी प्रस्ताव पारित करके ‘केंद्र सरकार की सीमा सुरक्षा बल के क्षेत्राधिकार बढ़ाने संबंधी अधिसूचना’ को खारिज कर दिया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर उपरोक्त अधिसूचना को वापस लेने की माँग करते हुए ऐसा न करने की […] Read more » Question of national security and Punjab
राजनीति प्रियंका गाँधी वाड्रा का सियासी जुआ November 3, 2021 / November 3, 2021 | Leave a Comment -प्रो. रसाल सिंह फरवरी 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधान-सभा चुनाव में जीत के लिए कांग्रेस पार्टी ने अपनी राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा पर दाँव लगाया हैI स्वयं प्रियंका इस चुनावी वैतरणी से पार उतरने के लिए ‘घोषणाबाजी’ की लोक-लुभावन राजनीति का जुआ खेल रही हैंI उन्होंने पिछले एक-डेढ़ महीने में लोक-लुभावन घोषणाओं […] Read more » Political gamble of Priyanka Gandhi Vadra Political gamble of Priyanka Vadra
राजनीति केरल बोर्ड के ‘मार्क्स जिहाद’ का शिकार है दिल्ली विश्वविद्यालय? October 16, 2021 / October 16, 2021 | Leave a Comment – प्रो. रसाल सिंह दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित किरोड़ीमल कॉलेज में पिछले 30 वर्ष से भौतिक-शास्त्र पढ़ाने वाले प्रोफ़ेसर राकेश कुमार पाण्डेय के एक बयान ने शिक्षा जगत में नये विवाद को जन्म दे दिया हैI उन्होंने केरल राज्य बोर्ड द्वारा अत्यंत उदारतापूर्वक छात्रों को बड़ी संख्या में 100 फ़ीसद मार्क्स देने की प्रवृत्ति की […] Read more »
राजनीति नफ़रत और विभाजन की क्षेत्रवादी राजनीति September 30, 2021 / September 30, 2021 | 1 Comment on नफ़रत और विभाजन की क्षेत्रवादी राजनीति प्रो. रसाल सिंह शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने ‘पर-प्रांतियों’ को चिह्नित करने और उनपर निगरानी रखने की बात कहकर एकबार फिर क्षेत्रवाद की संकीर्ण राजनीति को हवा दी हैI पिछले दिनों मुंबई के साकीनाका क्षेत्र में एक बत्तीस वर्षीय महिला के साथ ऑटो में वीभत्स बलात्कार किया गयाI इस जघन्य वारदात के आरोपी के रूप […] Read more » Regionalist Politics of Hate and Partition नफ़रत और विभाजन की क्षेत्रवादी राजनीति