राजनीति भारत,रूस और चीन की दोस्ती से अमेरिका को झटका September 2, 2025 / September 2, 2025 | Leave a Comment संजय सिन्हा भारत और रूस के रिश्तों को लेकर अगर किसी देश को सबसे ज्यादा समस्या है तो वो अमेरिका है। इसी बीच परिस्थितियां कुछ इस तरह से बनी हुई हैं कि चीन-भारत और रूस मिलकर पूरी दुनिया की सुर्खियां बटोर रहे हैं। चीन में एससीओ की मीटिंग के बाद दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता […] Read more » America gets a shock due to friendship between India Russia and China अमेरिका को झटका भारत रूस और चीन की दोस्ती
राजनीति भारत की ‘ मेक इन इंडिया ‘ पहल को मिलेगी मजबूती June 12, 2025 / June 12, 2025 | Leave a Comment संजय सिन्हा आखिरकार अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौते को लेकर इंतजार खत्म हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौता लगभग पूरा हो गया है। अब बस उनकी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मंजूरी बाकी है। ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका चीन पर 55% टैरिफ लगाएगा। वहीं, चीन 10% टैरिफ लगाएगा। इस समझौते के तहत अमेरिका को चीन से मैग्नेट और रेयर अर्थ मिनरल्स (दुर्लभ खनिज) मिलेंगे। समझौते में यह भी शामिल है कि चीनी छात्र अमेरिकी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में अपनी शिक्षा जारी रख सकेंगे। यह ट्रंप की उस नीति से अलग है जिसमें उन्होंने चीनी नागरिकों के अमेरिकी शिक्षण संस्थानों में आने पर रोक लगा दी थी। ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर लिखा, ‘चीन के साथ हमारा समझौता पूरा हो गया है। अब बस राष्ट्रपति शी और मेरी अंतिम मंजूरी बाकी है। चीन की तरफ से पूरे मैग्नेट और जरूरी दुर्लभ खनिज दिए जाएंगे। इसी तरह, हम चीन को वो देंगे जिस पर सहमति हुई है, जिसमें चीनी छात्रों को हमारे कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ने की अनुमति देना शामिल है (यह हमेशा से मुझे अच्छा लगता रहा है!)। हमें कुल 55% टैरिफ मिल रहा है, चीन को 10% मिल रहा है। हमारे रिश्ते बहुत अच्छे हैं! इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद!’ एक अन्य पोस्ट में ट्रंप ने कहा, ‘चीन के बारे में एक और बात, राष्ट्रपति शी और मैं मिलकर चीन को अमेरिकी व्यापार के लिए खोलने का काम करेंगे। यह दोनों देशों के लिए बहुत बड़ी जीत होगी!!!।’व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि अमेरिका-चीन व्यापार समझौते के तहत अमेरिका के पास चीनी आयात पर 55% टैरिफ लगाने का अधिकार है। इसमें 10% का मूल ‘रेसिप्रोकल’ टैरिफ, फेंटनिल से संबंधित चिंताओं के लिए अतिरिक्त 20% और मौजूदा टैरिफ का 25% जारी रहना शामिल है। अधिकारी के अनुसार, चीन अमेरिकी आयात पर 10% शुल्क लगाएगा। लंदन में हुई बातचीत के बाद अमेरिका और चीन के प्रतिनिधियों ने अपने व्यापार समझौते को बहाल करने और रेयर अर्थ एक्सपोर्ट पर चीनी प्रतिबंधों को खत्म करने के लिए एक समझौते पर सहमति जताई थी। अमेरिका के वाणिज्य सचिव हावर्ड लुट्निक ने लंदन में दो दिनों की कड़ी बातचीत के बाद पत्रकारों से कहा कि यह समझौता पिछले महीने जिनेवा में हुए शुरुआती समझौते को और मजबूत करता है। उस समझौते का उद्देश्य उन भारी जवाबी टैरिफ को कम करना था जो तीन अंकों तक बढ़ गए थे।डोनाल्ड ट्रंप की ओर से घोषित अमेरिका-चीन व्यापार समझौते का भारत के लिए काफी मायने हैं। इसके अच्छे और कुछ चुनौतीपूर्ण दोनों पहलू हैं। इन पर भारत को विशेष ध्यान देना होगा।आपको बता दूं कि जब अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध चल रहा था तो अमेरिका ने चीनी उत्पादों पर ऊंचे टैरिफ लगाए थे। इससे भारतीय निर्यातकों को अमेरिकी बाजार में एक प्रतिस्पर्धात्मक लाभ मिला था क्योंकि उनके उत्पाद चीनी उत्पादों की तुलना में सस्ते पड़ते थे। इस नए समझौते से अगर अमेरिका चीनी उत्पादों पर टैरिफ कम करता है तो यह भारत के लिए वह ‘टैरिफ आर्बिट्रेज’कम कर देगा। इसका मतलब है कि चीनी सामान फिर से अमेरिकी बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धी हो जाएंगे। इससे भारतीय निर्यातकों के लिए कुछ क्षेत्रों में चुनौतियां बढ़ेंगी, खासकर इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े और ऑटो कंपोनेंट्स जैसे क्षेत्रों में। व्यापार युद्ध के दौरान कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने चीन से बाहर निकलकर अपने मैन्यूफैक्चिरंग आधार को अन्य देशों में ट्रांसफर करने पर विचार किया था। भारत एक आकर्षक विकल्प के रूप में उभरा था। अगर अमेरिका-चीन व्यापार तनाव कम होता है और टैरिफ घटते हैं तो चीन से मैन्यूफैक्चरिंग के ट्रांसफर की यह रफ्तार धीमी हो सकती है या कुछ निवेश वापस चीन में जा सकता है। इससे ‘दुनिया की फैक्ट्री’ बनने की भारत की महत्वाकांक्षा पर कुछ हद तक असर पड़ सकता है।ग्लोबल सप्लाई में ‘चीन-प्लस-वन’ रणनीति को अपनाने की बात हो रही थी, जहां कंपनियां चीन पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए अन्य देशों में भी उत्पादन आधार स्थापित कर रही थीं। समझौता होने से इस पुनर्गठन की रफ्तार धीमी हो सकती है, क्योंकि कंपनियों को चीन में वापस निवेश करने का प्रोत्साहन मिल सकता है। अमेरिका और चीन दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं। उनके बीच व्यापार तनाव में कमी आने से वैश्विक व्यापार और अर्थव्यवस्था में अधिक स्थिरता आएगी। यह वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता को कम करेगा। इससे भारत जैसे व्यापार-निर्भर देशों को भी लाभ होगा।ग्लोबल आर्थिक मंदी की आशंका कम होने से IT और मेटल जैसे क्षेत्रों को लाभ हो सकता है। उदाहरण के लिए अमेरिकी कंपनियों की ओर से चीनी तकनीक पर निर्भरता कम करने से भारतीय IT फर्मों को अधिक काम मिल सकता है। मेटल की मांग भी बढ़ सकती है।यह समझौता भारत को अपनी आंतरिक प्रतिस्पर्धात्मकता और ‘मेक इन इंडिया’ पहल को मजबूत करने के लिए प्रेरित करेगा। भारत को केवल टैरिफ लाभों पर निर्भर रहने की बजाय अपनी उत्पादन क्षमता, गुणवत्ता और लागत-दक्षता में सुधार करना होगा। सरकार की उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (PLI) योजनाएं और कुशल कार्यबल भारत को एक लचीला और आकर्षक मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाने में मदद कर सकते हैं। इस घटनाक्रम के बाद भारत के लिए सबसे महत्वपूर्ण संदेश यह है कि उसे अमेरिका के साथ जल्द से जल्द एक अनुकूल द्विपक्षीय व्यापार समझौता करना चाहिए। अगर भारत अमेरिका के साथ एक मजबूत फ्री ट्रेड एग्रीमेंट कर लेता है तो वह चीन पर टैरिफ लाभ को बरकरार और अपनी निर्यात बढ़ोतरी की रफ्तार को बनाए रख पाएगा।उल्लेखनीय है कि हाल ही में अमेरिका और चीन के बीच जेनेवा में बैठक हुई थी। इसके बाद दोनों ने एक-दूसरे पर लगाए गए टैरिफ को 90 दिनों के लिए घटा दिया था। अमेरिका ने चीनी सामान पर टैरिफ को 145 प्रतिशत से घटाकर 30 प्रतिशत कर दिया था। वहीं, चीन ने भी अमेरिकी सामान पर अपने करों को 125 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया था। संजय सिन्हा Read more » भारत की मेक इन इंडिया
राजनीति विश्ववार्ता खतरनाक रूप लेता रूस – यूक्रेन युद्ध June 4, 2025 / June 4, 2025 | Leave a Comment संजय सिन्हा युद्ध पर विराम लगता नहीं दिख रहा। रूस और यूक्रेन के बीच पिछले तीन वर्षों से चल रहा युद्ध एक नई और खतरनाक करवट ले चुका है। इस्तांबुल वार्ता के कुछ ही घंटों बाद यूक्रेन ने अब रूसी कब्ज़े वाले इलाकों में गहरे और सामरिक रूप से संवेदनशील ठिकानों को निशाना बनाना शुरू […] Read more » Russia-Ukraine war taking dangerous turns रूस - यूक्रेन युद्ध
आर्थिकी राजनीति भारतीय मेटल एक्सपोर्ट पर पड़ेगा सीधा असर June 3, 2025 / June 3, 2025 | Leave a Comment संजय सिन्हा अमेरिका ने ग्लोबल ट्रेड वॉर के क्षेत्र में एक फैसला लिया है। इस फैसले से भारत को नुकसान हो सकता है। दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 4 जून से स्टील और एल्यूमीनियम के आयात पर अमेरिकी टैरिफ को दोगुना करके 50% कर दिया है। इससे भारतीय मेटल एक्सपोर्ट पर सीधा असर पड़ने […] Read more » Indian metal exports will be directly affected
लेख स्वास्थ्य-योग सावधान रहना होगा कोरोना के नए वेरियंट्स से May 29, 2025 / May 29, 2025 | Leave a Comment संजय सिन्हा भारत सहित अन्य देशों में एक बार फिर से कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी हालिया आंकड़ों के अनुसार देश में अब तक कुल 1200 से अधिक कोविड-19 के सक्रिय मामले दर्ज किए जा चुके हैं, जबकि 12 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। एक ओर […] Read more » We have to be cautious about the new variants of Corona कोरोना के नए वेरियंट्स
आर्थिकी राजनीति विश्ववार्ता अमेरिका के रेमिटेंस टैक्स से भारतीय प्रवासियों पर पड़ेगा बड़ा असर May 28, 2025 / May 28, 2025 | Leave a Comment संजय सिन्हा अमेरिका ने रेमिटेंस टैक्स लागू कर दिया है। दरअसल अमेरिका में भारतीयों सहित अमेरिकी गैर नागरिकों के धन विदेश भेजे जाने पर राशि पर प्रस्तावित शुल्क 5 प्रतिशत से घटाकर 3.5 प्रतिशत करने की योजना पेश की गई है। इससे अमेरिका में रह रहे भारतीयों को आंशिक राहत मिल सकती है। अमेरिका की […] Read more » US remittance tax अमेरिका के रेमिटेंस टैक्स
राजनीति भारत की अर्थव्यवस्था चौथे नंबर पर लेकिन चुनौतियां भी कम नहीं May 26, 2025 / May 26, 2025 | Leave a Comment संजय सिन्हा भारत ने अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में एक कीर्तिमान हासिल किया है। वस्तुतः एक इतिहास रचा है भारत ने। नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने बताया है कि भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। भारत ने जापान को पीछे छोड़ते हुए यह उपलब्धि हासिल की है। अब भारत की […] Read more » India's economy is at number four but challenges are also not less भारत की अर्थव्यवस्था चौथे नंबर पर
राजनीति पाकिस्तान की राह पर बांग्लादेश May 25, 2025 / May 26, 2025 | Leave a Comment संजय सिन्हा बांग्लादेश की स्थिति नाजुक बनी हुई है। हालात बदलाव की ओर इशारे कर रहा है। बांग्लादेश की सेना ने वहां के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मोहम्मद युनूस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है जिसकी वजह से मोहम्मद युनूस अपने पद से इस्तीफा देने का विचार कर रहे हैं। उनका कहना है कि बांग्लादेश के मौजूदा […] Read more » Bangladesh on the path of Pakistan पाकिस्तान की राह पर बांग्लादेश
राजनीति सिंधु जल समझौते पर क्या होगा भारत का रुख? May 22, 2025 / May 22, 2025 | Leave a Comment संजय सिन्हा सिंधु जल समझौते को लेकर सुर्खियां बनी हुई हैं। हालांकि भारत और पाकिस्तान युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं लेकिन सिंधु जल समझौता सस्पेंड रहेगा। 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 पर्यटकों की पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों की ओर से हत्या के बाद भारत ने पड़ोसी देश के खिलाफ कई कदम उठाए थे। इन्हीं […] Read more » India's stand on Indus Water Treaty What will be India's stand on Indus Water Treaty सिंधु जल समझौते पर भारत का रुख
राजनीति और कितने गद्दार? May 20, 2025 / May 20, 2025 | Leave a Comment संजय सिन्हा भारत के गद्दारों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है।हर रोज नए गद्दारों के चेहरे बेनकाब हो रहे हैं। दअरसल ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान को धूल चटा देने के बाद अब भारत में ऐसे लोगों की तलाश तेज हो गई है जो दुश्मन पड़ोसी देश के साथ गद्दारी कर रहे थे। हरियाणा […] Read more » How many more traitors गद्दार
राजनीति बलूचिस्तान की आजादी की जंग May 17, 2025 / May 17, 2025 | Leave a Comment संजय सिन्हा बलूचिस्तान में पाकिस्तान से आजादी के लिए जंग ने जोर पकड़ ली है। बलूच नेताओं ने जगह जगह विरोध प्रदर्शनों को काफी तेज कर दिया है। पाकिस्तान की सेना की तरफ से जबरन गायब किए गये लोगों और मानवाधिकार का उल्लंघन करने का हवाला देते हुए कई बलूच नेताओं ने बलूचिस्तान की आजादी […] Read more » बलूचिस्तान
राजनीति बंगाल में ममता सरकार ने बदले सुर January 18, 2018 / January 18, 2018 | Leave a Comment -संजय सिन्हा पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक अजीब सा बदलाव दिख रहा है.राज्य के मुसलमानों को वरीयता देने वाली तृणमूल कांग्रेस सरकार ने अब अचानक हिन्दुओं की तरफ रुख कर लिया है,मानो सरकार का ह्रदय परिवर्तन हो गया हो.एकदम अचानक से बारह हज़ार हिंदी पुजारियों को सम्मानित करना,हिन्दुओं के धार्मिक कार्यक्रमों में सक्रियता बढ़ाना […] Read more » Featured Mamta government changes ideology in Bengal तृणमूल कांग्रेस नरम हिंदुत्व बंगाल भाजपा ममता सरकार