कविता आख़िरी गाँठ November 17, 2025 / November 17, 2025 | Leave a Comment उलझनों को सुलझाते–सुलझाते जितना खुद को समझा, Read more » आख़िरी गाँठ
मनोरंजन सिनेमा मनोरंजन ऐप्स की अंधी दौड़ और बढ़ती अश्लीलता November 17, 2025 / November 17, 2025 | Leave a Comment डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म्स तेज़ मुनाफ़े की दौड़ में कला, संवेदनशीलता और समाजिक मूल्यों को पीछे छोड़ते हुए अश्लीलता को नया ‘मनोरंजन’ बना रहे हैं — इसका दुष्प्रभाव विशेषकर युवाओं की मानसिकता पर गहरा और खतरनाक है। Read more » मनोरंजन ऐप्स की अंधी दौड़
विश्ववार्ता सवालों के घेरे में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद November 17, 2025 / November 17, 2025 | Leave a Comment विश्व राजनीति की अशांत मिट्टी पर खड़े संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का नैतिक व संस्थागत आधार आज पहले से कहीं अधिक प्रश्नों से घिरा है। जब युद्ध बढ़ते जा रहे हैं, तब शांति का सबसे बड़ा संरक्षक Read more » UN Security Council under scrutiny संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद
लेख विधि-कानून भारत में धर्मांतरण विरोधी कानून: धार्मिक स्वतंत्रता और धर्मनिरपेक्षता की संवैधानिक चुनौती November 13, 2025 / November 13, 2025 | Leave a Comment भारत में धर्मांतरण विरोधी कानूनों को सामाजिक सद्भाव बनाए रखने के नाम पर लागू किया गया है, परंतु इनका वास्तविक प्रभाव नागरिकों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता पर नियंत्रण के रूप में उभर रहा है। Read more » Anti-conversion laws in India Anti-Conversion Laws in India: A Constitutional Challenge to Religious Freedom and Secularism भारत में धर्मांतरण विरोधी कानून
राजनीति वंदे मातरम्: राष्ट्रवाद की आध्यात्मिक प्रेरणा November 10, 2025 / November 10, 2025 | Leave a Comment “वंदे मातरम्” भारत के स्वतंत्रता संग्राम का आध्यात्मिक आधार था। बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित यह गीत मातृभूमि को देवी के रूप में पूजने की भावना से ओतप्रोत था। Read more » वंदे मातरम्
खेल जगत मनोरंजन खेल: राष्ट्र निर्माण की नई धुरी November 7, 2025 / November 7, 2025 | Leave a Comment भारत में खेलों को लंबे समय तक एक ‘विवेकाधीन क्षेत्र’ के रूप में देखा गया है — यानी एक ऐसी गतिविधि जिसे चाहें तो करें, चाहें तो छोड़ दें। परंतु बदलते वैश्विक परिदृश्य में खेल अब सिर्फ मैदान की बात नहीं रहे। यह स्वास्थ्य, शिक्षा, अर्थव्यवस्था, सामाजिक एकता और अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा — सभी से सीधे […] Read more » खेल
कविता लालच और रिश्तों की त्रासदी November 6, 2025 / November 6, 2025 | Leave a Comment लालच आँखें मूँद दे, भेद न देखे प्रीत।भाई भाई शत्रु बने, टूटे अपने मीत।। धन के पीछे दौड़कर, भूले यूँ सम्मान।घर आँगन में छा गया, कलह और अपमान।। ममता होकर लालची, रिश्ते करे उदास।स्वार्थ की इस आँच में, जले सगे विश्वास।। लोभ अंधेरा बन गया, बुझा स्नेह का दीप।अपने ही अब भूलते, प्रेम सुधा की […] Read more » लालच और रिश्तों की त्रासदी
राजनीति लेख डंकी रूट से लूट: युवाओं के सपनों की तस्करी November 4, 2025 / November 4, 2025 | Leave a Comment विदेश में सुनहरे भविष्य के लालच में, भारतीय युवा अवैध रास्तों के शिकार बन रहे हैं। एजेंटों का यह नेटवर्क न केवल कानून तोड़ रहा है, बल्कि परिवारों की उम्मीदों और देश के भविष्य को भी चुरा रहा है। ‘डंकी रूट’ एक अवैध प्रवासन मार्ग है, जिसके ज़रिए भारतीय युवा बिना वीज़ा या वैध दस्तावेजों […] Read more » Looting the Donkey Route Trafficking डंकी रूट
मनोरंजन शख्सियत समाज सिनेमा अलविदा “अंग्रेज़ों के ज़माने के जेलर” — असरानी को भावभीनी श्रद्धांजलि October 21, 2025 / October 21, 2025 | Leave a Comment गोवर्धन असरानी, जिन्हें हम सब प्यार से असरानी कहते थे, भारतीय सिनेमा के सबसे प्रिय हास्य अभिनेता थे। उनके अभिनय में विनम्रता, सादगी और अद्भुत हास्य का संगम था। शोले के “अंग्रेज़ों के ज़माने के जेलर” से लेकर गोलमाल, बावर्ची और चुपके चुपके तक, उन्होंने हर किरदार में जीवन की सच्चाई दिखायी। युवा हों या […] Read more » असरानी गोवर्धन असरानी
धर्म-अध्यात्म पर्व - त्यौहार धनतेरस: समृद्धि का नहीं, संवेदना का उत्सव October 17, 2025 / October 17, 2025 | Leave a Comment (आभूषणों से ज़्यादा मन का सौंदर्य जरूरी, मन की गरीबी है सबसे बड़ी दरिद्रता।) धनतेरस का अर्थ केवल ‘धन’ नहीं बल्कि ‘ध्यान’ भी है — ध्यान उस पर जो हमारे जीवन को सार्थक बनाता है। यह त्योहार हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि समृद्धि का असली अर्थ क्या है। अगर घर में प्रेम […] Read more » Dhanteras: A celebration of compassion धनतेरस
राजनीति शहीद कौन है — आईपीएस पूरन कुमार या एएसआई संदीप लाठर? October 16, 2025 / October 16, 2025 | Leave a Comment हरियाणा पुलिस एक गहरे संकट से गुजर रही है। पहले आईपीएस पूरन कुमार और अब एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या ने विभाग की कार्यसंस्कृति, मनोबल और आंतरिक तनाव पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लगातार आत्महत्याओं से यह स्पष्ट है कि वर्दी के पीछे इंसान टूट रहा है। राजनीतिक दबाव, जातिगत खींचतान और मानसिक अवसाद Read more » आईपीएस पूरन कुमार एएसआई संदीप लाठर
प्रवक्ता न्यूज़ अहोई अष्टमी October 13, 2025 / October 13, 2025 | Leave a Comment व्रत नहीं यह, ममता की मौन साधना है, संतान के जीवन में उजास की प्रार्थना है। नयनों में दीपक, हृदय में विश्वास की लौ, माँ अहोई के चरणों में समर्पण की आराधना है। Read more »