राजनीति ‘राष्ट्र-मानस’ की तड़प… ‘टीम-भावना’ युक्त राजनेताओं की कमी खल रही ? December 30, 2015 / December 30, 2015 | 1 Comment on ‘राष्ट्र-मानस’ की तड़प… ‘टीम-भावना’ युक्त राजनेताओं की कमी खल रही ? सबक बिहार से– एक नजरिया तुलसी टावरी ऐसे क्षण किसी भी राष्ट्र या समाज में विरले ही आते हैं, जब राष्ट्र की सोई चेतना एक साथ करवट लेने लगती है l और कहीं न कहीं संपूर्ण राष्ट्र को झकझोक कर एक नए स्वरुप में उठाने का प्रयास करती हैं l ऐसे ही में आविर्भाव […] Read more » ‘टीम-भावना’ युक्त राजनेताओं की कमी खल रही ? ‘राष्ट्र-मानस’ की तड़प ‘राष्ट्र-मानस’ की तड़प... ‘टीम-भावना’ युक्त राजनेताओं की कमी खल रही ? Featured
विविधा २१वीं सदी का भारत…. जहां शहर बसे गाँवों की गोद में ! December 30, 2015 / December 30, 2015 | 1 Comment on २१वीं सदी का भारत…. जहां शहर बसे गाँवों की गोद में ! तुलसी टावरी प्रगति का अर्थ कमजोर को रौंद कर स्वयं आगे बढ़ना कदापि नहीं l समाज में हर एक व्यक्ति को हक़ है, समुचित अवसर पाने का, स्वयं के पुरुषार्थ को सम्पूर्णता से जीने का l विश्व की व्यवस्था में, भारत एक नयी राह- ‘तीसरा रास्ता’ – बनाने में सक्षम है; जहां आर्थिक-समृद्धि पाने के […] Read more » २१वीं सदी का भारत Featured जहां शहर बसे गाँवों की गोद में !