पर्यावरण लेख पर्यावरण सुरक्षा की जिम्मेदारी ले समाज June 5, 2023 / June 5, 2023 | Leave a Comment डॉ. वंदना सेन वर्तमान में पर्यावरण सुरक्षा की चिंता पूरे विश्व में की जा रही है, लेकिन यह चिंता धरातलीय रूप लेने में सक्षम नहीं हो रही है। इस कारण जल के अभाव में वसुंधरा सूख रही है। पेड़ आत्महत्या कर रहे हैं। नदियां समाप्ति की ओर हैं। कुए, बाबड़ी रीत गए हैं। यह एक […] Read more » Society should take responsibility for environmental protection
लेख शख्सियत समाज साक्षात्कार समाज के लिए आदर्श नायिका हैं वीरांगना लक्ष्मीबाई November 18, 2022 / November 18, 2022 | Leave a Comment डॉ. वंदना सेन भारत भूमि पर अंग्रेजों से लोहा लेने के लिए अनेक वीर अग्रणी भूमिका में रहे हैं। लेकिन देश को स्वतंत्र कराने में मातृशक्ति का योगदान किसी प्रकार से कम नहीं कहा जा सकता है। जिन नारियों ने भारत को स्वतंत्र कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई आज पूरा देश उन्हें वीरांगना के नाम […] Read more » Veerangana Laxmibai वीरांगना लक्ष्मीबाई
लेख सामाजिक समरसता का समुच्चय है श्रीराम का जीवन April 20, 2021 / April 20, 2021 | Leave a Comment राम नवमी पर विशेष…डॉ. वंदना सेनप्रायः कहा जाता है कि जीवन हो तो भगवान श्रीराम जैसा। जीवन जीने की उच्चतम मर्यादा का पथ प्रदर्शक भगवान श्रीराम के जीवन पर दृष्टिपात करेंगे तो निश्चित ही हमें कई पाथेय दिखाई देंगे, लेकिन इन सबमें सामाजिक समरसता का आदर्श उदाहरण कहीं और दिखाई नहीं देता। अयोध्या के राजा […] Read more » राम नवमी श्रीराम का जीवन
लेख स्वास्थ्य-योग जीवन का सबसे बड़ा सुख है स्वास्थ्य April 6, 2021 / April 6, 2021 | Leave a Comment डॉ. वंदना सेनजिसके पास स्वस्थ शरीर है, उस पर मानसिक तनाव भी अपना प्रभाव छोड़ पाने में असमर्थ ही होता है। एक कहावत है पहला सुख निरोगी काया। यानी जीवन का प्रथम और सबसे बड़ा सुख अगर कोई है तो वह केवल और केवल स्वस्थ जीवन है। स्वस्थ जीवन का तात्पर्य केवल इतना भर नहीं […] Read more » world health day सबसे बड़ा सुख है स्वास्थ्य
पर्व - त्यौहार लेख उल्लास का प्रतीक है होली का त्यौहार March 27, 2021 / March 27, 2021 | Leave a Comment डॉ. वंदना सेनभारत उत्सव प्रधान देश है। लोक चेतना के भाव से अनुप्राणित हमारे त्यौहार वास्तव में हमारे जीवंत संस्कारों की ऐसी धरोहर है, जिसकी मिसाल विश्व के किसी भी देश में देखने को नहीं मिलती, लेकिन जहां इन त्यौहारों की झलक प्रादुर्भित होती है, वहां किसी न किसी रूप में भारत के संस्कारों का […] Read more » Holi festival is a symbol of joy उल्लास का प्रतीक है होली का त्यौहार होली का त्यौहार
लेख भारत का स्वत्व है हिन्दी : स्वत्व को जगाएं January 11, 2021 / January 11, 2021 | Leave a Comment डॉ. वंदना सेन निज भाषा उन्नति, सब उन्नति को मूल, बिन निज भाषा ज्ञान के, मिटे न हिय को शूल। प्रसिद्ध साहित्यकार भारतेंदु हरिश्चंद्र की यह पंक्तियां निश्चित रूप से यह बोध कराने के लिए पर्याप्त हैं कि अपनी भाषा के माध्यम से हम किसी भी समस्या का समाधान खोज सकते हैं। यह सर्वकालिक सत्य […] Read more » Hindi is the title of India भारत का स्वत्व है हिन्दी
हिंदी दिवस भारत के हृदय की भाषा है हिन्दी September 13, 2020 / September 13, 2020 | Leave a Comment डॉ. वंदना सेन यह सर्वकालिक सत्य है कि कोई भी देश अपनी भाषा में ही अपने मूल स्वत्व को प्रकट कर सकता है। निज भाषा देश की उन्नति का मूल होता है। निज भाषा को नकारना अपनी संस्कृति को विस्मरण करना है। जिसे अपनी भाषा पर गौरव का बोध नहीं होता, वह निश्चित ही अपनी […] Read more » हिन्दी
लेख समाज शिक्षक : संस्कारों का प्रकाश स्तंभ September 3, 2020 / September 3, 2020 | Leave a Comment डॉ. वंदना सेन हम भली भांति जानते हैं कि पुरातन काल में भारतीय गुरुकुलों में जो शिक्षा प्रदान की जाती थी, वह निश्चित रूप से बच्चों का समग्र विकास करने वाली ही थी। इतना ही नहीं वह शिक्षा विश्व स्तरीय ज्ञान का द्योतक भी थी, इसलिए विश्व के कई देश भारत के शिक्षालयों में ज्ञान […] Read more » 5 सितंबर शिक्षक दिवस Teacher: Lighthouse of Rites डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षक संस्कारों का प्रकाश स्तंभ
विविधा कोरोना से मुक्ति दिलाएगा भारतीय योग June 19, 2020 / June 19, 2020 | Leave a Comment अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विशेष डॉ. वंदना सेन वर्तमान में कोरोना संकट वैश्विक महामारी का रूप लेकर हम सभी को भयाक्रांत कर रहा है। यह सर्वविदित है कि कोई भी संक्रामक विषाणु उस शरीर को बहुत ज्यादा प्रभावित करते हैं, जो शारीरिक व्याधियों से ग्रसित होते हैं। यही व्याधियां शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को […] Read more » कोरोना से मुक्ति
लेख महिला सशक्तिकरण की प्रतीक वीरांगना लक्ष्मीबाई June 17, 2020 / June 19, 2020 | Leave a Comment डॉ. वंदना सेन वीरांगना नाम सुनते ही हमारे मनोमस्तिष्क में रानी लक्ष्मीबाई की छवि उभरने लगती है। भारतीय वसुंधरा को अपने वीरोचित भाव से गौरवान्वित करने वाली झांसी की रानी लक्ष्मीबाई सच्चे अर्थों में वीरांगना ही थीं। वे भारतीय महिलाओं के समक्ष अपने जीवन काल में ही ऐसा आदर्श स्थापित करके विदा हुईं, जिससे हर […] Read more » the symbol of women empowerment Veerangana Lakshmibai महिला सशक्तिकरण की प्रतीक वीरांगना लक्ष्मीबाई
धर्म-अध्यात्म अनुकरणीय पाथेय है श्रीराम का जीवन April 1, 2020 / April 1, 2020 | 2 Comments on अनुकरणीय पाथेय है श्रीराम का जीवन रामनवमी पर विशेष- डॉ. वंदना सेन भारतीय सांस्कृतिक दर्शन की धारा को प्रवाहित करने वाले भारतीय साहित्य में वसुधैव कुटुम्बकम का भाव सदैव समाहित रहा है। महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण और संत तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस ने सामाजिक समरसता के भाव का प्रवाहन बहुत ही गहनता से किया है। उदारता के भाव से अनुप्राणित […] Read more » श्रीराम का जीवन