लेख स्वास्थ्य-योग वही रटी हुई, घिसी-पिटी बातें, कुछ नया क्यों नहीं August 4, 2021 / August 4, 2021 | Leave a Comment 42 लाख मौतों के बाद भी पूरे विश्व में कोरोना से बचाव और उसके उपचार पर वही घिसी पीटी बातें डेढ़ साल से दोहराई जा रही हैं की मास्क लगा लो, सामाजिक दूरी बना लो, वैक्सीन लगवा लो। इस बात का कोई अध्ययन नहीं हुआ कि यह सब करके हमने क्या खोया, क्या पाया। पहले […] Read more » no new on corona
लेख स्वास्थ्य-योग जर्म-कीटाणु और होस्ट-शरीर, रोग में कौन अधिक महत्वपूर्ण June 29, 2021 / June 29, 2021 | Leave a Comment मानव शरीर की लाखों वर्ष की विकास यात्रा में हमने करोड़ों जर्म्ज़ यानी कीटाणुओं के साथ जीना सीख लिया है। हमारे शरीर में करोड़ों बैक्टीरिया और वायरस निवास करते हैं और शरीर संरचना का ही भाग बन चुके हैं। हमारा शरीर और उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अनेक जर्म यानी बैक्टीरिया और वायरस के अनुरूप एंटीबॉडीज […] Read more » Germ-germ and host-body जर्म-कीटाणु और होस्ट-शरीर
राजनीति काश स्मृति ईरानी ने ‘नशा’ पढ़ी होती! July 9, 2016 / July 12, 2016 | Leave a Comment विवेक सक्सेना आम पब्लिक स्कूलों में दाखिले को लेकर जब भारी मारामारी होती है तो कान्वेंट में दाखिला करवाना तो एवरेस्ट पर चढ़ने से कम नहीं है। मुझे याद है कि जब मेरी भतीजी का होली चाइल्ड कानवेंट में दाखिला करवाना था तो भैया ने बताया कि अभिभावक रात को ही स्कूल के बाहर लाइन […] Read more » Criticism of Smriti Irani Smriti Irani Smriti Irani HRD minister Smroti Irani Textile Minister स्मृति ईरानी
विविधा बांग्लादेश में हिंदू लगातार असुरक्षित July 6, 2016 | Leave a Comment बांग्लादेश में रहने वाले हिंदुओं पर हमले बढ़ते जा रहे हैं। वहां कट्टरपंथी हावी होते जा रहे हैं। हमारे मीडिया में बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदाय खासकर हिंदुओं की जान-माल की सुरक्षा से संबंधित खबरें प्रायः देखने को मिलती है। हिंदुओं पर आये दिन हमले होते हैं और कट्टरपंथी ताकतें उनकी संपत्ति और उनके […] Read more » bangaladeshi hindus Featured Hindus in Bangladesh hindus unprotected in Bangladesh बांग्लादेश बांग्लादेश में हिंदू बांग्लादेश में हिंदू लगातार असुरक्षित हिंदू असुरक्षित
राजनीति अरे, कहीं चाणक्य जाट तो नहीं था? June 15, 2016 | Leave a Comment विवेक सक्सेना शायद ही इससे पहले कभी राज्यसभा चुनाव में इतनी रुचि ली हो। सच्चाई तो यह थी कि इस बार भी अपनी रुचि सिर्फ हरियाणा की उस सीट पर थी जहां से इनेलो और कांग्रेस समर्थित राम कुमार आनंद दूसरे निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा के मुकाबले मैदान में थे। दोनों ही इस देश की […] Read more » Featured rajya sabha election subhash chandra सुभाष चंद्रा
मीडिया कनु भाई पर क्यों सहानुभूति? May 18, 2016 | 1 Comment on कनु भाई पर क्यों सहानुभूति? विवेक सक्सेना पत्रकारिता में मैंने जो सबसे अहम बात सीखी और याद रखी, वह यह है कि लोगों की याददाश्त जितनी कमजोर होती है तो जानने की इच्छा उतनी ही प्रबल होती है। कम से कम जिस तरह से महात्मा गांधी के पोते कनु भाई मीडिया पर छा गए है उससे तो यह एक बार […] Read more » Featured कनु भाई सहानुभूति
विश्ववार्ता बांग्लादेशी बिन लादेन! May 17, 2016 | Leave a Comment विवेक सक्सेना बांग्लादेश में मोईतुर रहमान निजामी की फांसी की खबर पढ़कर अचानक यादों में खो गया। 45 साल कैसे बीत गए इसका पता ही नहीं चला। तब मैं किशोर था। बांग्लादेश में पाकिस्तानी सेना का दमन चक्र शुरु हो गया था। बड़ी तादाद में पूर्वी पाकिस्तान से शरणार्थियों का भारत आना शुरु हो गया […] Read more » Featured बांग्लादेशी बिन लादेन मोईतुर रहमान निजामी
जन-जागरण राजनीति वाह! गुड़गांव का गुरुग्राम बनना April 18, 2016 / April 18, 2016 | 1 Comment on वाह! गुड़गांव का गुरुग्राम बनना विवेक सक्सेना मैं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का बेहद आभारी हूं। शायद किसी को यह विश्वास नहीं होगा कि 36 साल तक छत्तीस बिरादियों वाले हरियाणा प्रदेश की रिपोर्टिंग करते रहने के बावजूद मैं उनसे कभी मिला ही नहीं। उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उनसे आमने-सामने मुलाकात नहीं हुई। सिर्फ चैनलों पर […] Read more » Featured Gurgaon Gurgram renaming of Gurgaon into Gurugram गुड़गांव गुरुग्राम बनना
राजनीति बुढ़ापे की औलाद और लाचारगी April 16, 2016 / April 18, 2016 | Leave a Comment विवेक सक्सेना समय सचमुच में बहुत बलवान होता है। मजबूत से मजबूत इंसान को ये ऐसे दिन दिखा देता है जिसकी उसने कभी सपने में भी कल्पना नहीं की होती हैं। अपने नेताजी मुलायम सिंह यादव को ही ले लीजिए। आज कल वे परिवार में चल रही राजनीतिक उत्तराधिकार की लड़ाई से बेहद दुखी है। […] Read more » Akhilesh yadav aparna yadav dimpi yadav Mulayam Singh Yadav prateek yadav बुढ़ापे की औलाद