दीपक कुमार त्यागी
दुनिया में घातक महामारी कोराना का बेहद खतरनाक काल चल रहा है, खस्ताहाल काम धंधे, बेरोजगारी, बेहाल आर्थिक स्थिति व डर के चलते लोग बड़ी संख्या में बहुत ज्यादा तनावग्रस्त हैं। हालात यह हो गये हैं कि कोरोना के भय व बचाव के मारे लोग दिल खोलकर खुशियां तक मनाने के लिए तरस गये हैं। लेकिन अच्छी बात यह है कि भारत में अब लोग कोरोना से बचाव के नियमों का सावधानी के साथ पालन करते हुए उसके ग्राफ को गिराने में सरकार का सहयोग कर रहे हैं और तेजी से अपनी रोजमर्रा की दिनचर्या को सामान्य व खुशहाल बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। कोरानाकाल के दरम्यान ही वर्ष 2021 का आगमन शुरू हो रहा है, वैसे तो भारत के साथ-साथ विश्व के अधिकांश देशों में नववर्ष बेहद आधुनिक व पारंपरिक ढंग के सामंजस्य के साथ धूमधाम व चकाचौंध कर देने वाले तरीकों से अलग-अलग दिन हमेशा से मनाया जाता है, लेकिन इस वर्ष का नूतन वर्ष लोगों की तनाव मुक्त ज़िंदगी में खुशहालियों को भरने के लिए बेहद खास है। वैसे तो अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार नववर्ष प्रत्येक वर्ष 1 जनवरी के दिन बहुत सारे देशों में बड़े पैमाने पर हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। लेकिन हमारे प्यारे देश भारत में भी बहुत सारे लोग 31 दिसंबर व 1 जनवरी को बाजार की ताकत के बलबूते इस दिन को जमकर धूमधाम से सेलिब्रेट करते हैं। आज अंग्रेजी नूतनवर्ष की बेला पर मैं आप सभी से अपनी चंद पंक्तियों के माध्यम से अपनी भावना व्यक्त करना चाहता हूँ-
“विदा हो रही है जख्म देने वाली साल, आ रहा है धूमधाम मचाने नूतन वर्ष यार, ठाना है रुख बदल देगें हवाओं का हम, एकजुट होकर मैदान में आयेगें जब हम, मेहनत के बलबूते बदल देगें दुनिया सारी, खत्म कर देंगे दुनिया से नकारात्मकता सारी, भरोसा है हमको मेहनत पर अपनी यारों, हौसले के बलबूते हम लोग आने वाले, नववर्ष 2021 में भर देगें खुशियों से दुनिया सारी, ईश्वर से दुआ है वो खत्म कर दे दुनिया से, नकारात्मकता नफरत व जहालत सारी, बस खुशहालियों से भर दे दुनिया को सारी ।।”
इन शब्दों में छिपी अपनी सकारात्मक भावना व उम्मीद के साथ में चाहता हूँ देश की सम्मानित जनता वर्ष 2020 के दंगा फसाद, धार्मिक उन्माद, लॉकडाउन के दौरान दर-दर भटकते भूखे-प्यासे मजबूर लोगों के दुखदर्द व कोरोना के दिये गये बेहद गहरे जख्मों को भूलकर अपने जीवन की नई शानदार शुरुआत करें। वैसे भी अधिकतर लोग चाहते है कि 1 जनवरी का नूतन वर्ष का यह प्रथम दिन एक बहुत अच्छी शुरुआत के साथ उज्जवल भविष्य की आशा में सकारात्मक ऊर्जा से बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाये। यह दिन ज़िंदगी में सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने के लिए हम सभी लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है, हम सभी लोगों के लिए जाति-धर्म, सीमाओं के बंधन को तोड़कर नववर्ष नई-नई उम्मीद, नई आशाएं, नई खुशियां, जीवन में नई-नई उमंग, नये लक्ष्य व ज़िंदगी के लिए बेहद आवश्यक सकारात्मक ऊर्जा लेकर आता है। आज अंग्रेजी कलेंडर के अनुसार नववर्ष 2021 का प्रथम दिन हम सभी लोगों को संकल्प लेना होगा कि वो बीते वर्ष 2020 की खट्टीमीठी व कड़वी यादों को दिलों में संजोकर जीवन पथ पर पूर्ण ऊर्जा के साथ अग्रसर होंगे, हम सभी देशवासियों को इस नूतन वर्ष का कोरोना के नियमों का पालन करते हुए तहेदिल से स्वागत करना चाहिए। अपने आराध्य सर्वशक्तिमान ईश्वर का आभार व्यक्त करना चाहिए कि हम सभी के जीवन में फिर नववर्ष उदित हो रहा है और हम सभी के जीवन में नव आशा, नव उत्साह, नव हर्ष हो, ज़िंदगी में नयी ताजगी नई उमंग हो, अपनों के प्रगति के पथ पर चलते हुए हर्ष हो, नववर्ष नई आशाओं से शोभित हो, सभी लोग कोरानाकाल में उत्पन्न बेहद गंभीर समस्याओं से मुक्त होकर जल्द से जल्द तनाव से मुक्त हो, आप सभी के जीवन में इन्हीं मंगलकामनाओं के साथ नई आशाएँ व नई अभिलाषाएँ के साथ नूतन वर्ष 2021 उदित हो।
।। जय हिन्द जय भारत।।
।। मेरा भारत मेरी शान मेरी पहचान ।।