सिया अर्पण राम
हे खाली बोतल बता
तुझे तो होगा पता
क्या था तेरे अंदर ऐसा
जिसे पहली बार पीकर ही हो गए वे बावले
और छोड़ दिया सब घर-बार दूसरो के हवाले
हे खाली बोतल बता
तुझे तो होगा पता
ऐसी क्या थी वह तरल
जवाब तो होगा सरल
हे खाली बोतल बता
तुझे तो होगा पता
कुछ कहे अमृत था
कुछ कहे ज़हर
हे खाली बोतल बता
तुझे तो होगा पता
क्या था तेरे अंदर ऐसा
लगता है वह स्वाद में कैसा
जिसके लिए सभी फेक रहे पैसा
हे खाली बोतल बता
तुझे तो होगा पता
क्या था तेरे अंदर ऐसा