दम है तो तो फिर कहना—”मोदी को बता देना।”

आता हमें हर शत्रु को जड़ से मिटा देना,
दम है तो तो फिर कहना—”मोदी को बता देना।”
कलमा पढ़कर बना मुल्क, बलमा बना मुनीर,
घर में घुसकर हुआ हलाला, चाहते है कश्मीर।

बाल न बांका कर सके, रच कितने दुष्चक्र,
हिंद के रक्षक जब बने, हरी-सुदर्शनचक्र।
शांति लगे जब दाव पर, हम भी करते युद्ध,
कृष्ण बने अब सारथी, नहीं अकेले बुद्ध।

हर बात को नज़रअंदाज किया, पर हम नहीं रुकते,
हमारे संघर्ष की कहानी में, इतिहास भी हैं झुकते।
बिना डरे, बिना थके, हम अपनी राह तय करेंगे,
दुश्मनों को चेतावनी, हम फिर लाहौर फतह करेंगे।

आता हमें हर शत्रु को जड़ से मिटा देना,
दम है तो तो फिर कहना—”मोदी को बता देना।”
भारत की धरती में शक्ति का संदेश दुनिया को बता दे,
हमारे कदमों में वो शक्ति बसी है, जो हर किले को गिरा दे।

  • डॉ सत्यवान सौरभ

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