कविता

ऐ पाक,नौनिहाल हत्याकांड पर भारत तेरे साथ

peshawar 4भारत माता के आँचल से बह रही अश्रु की धार

ऐ पाक नौनिहाल हत्याकांड पर भारत तेरे साथ

 

इस बर्बरता, पशुता का हम मिल करते प्रतिकार

इस आतंक, कपट का हम मिल कर लेंगे उपचार

अमन बाग़ में रहकर, छोड़ना अब तालिबानी साथ

भारत माँ संग तुम भी चल लेना ले हाथो में हाथ

भारत माता के आँचल से बह रही अश्रु की धार

ऐ पाक नौनिहाल हत्याकांड पर भारत तेरे साथ

 

क्या दोष था हमारें शिशु का,पूछ रहे सब माँ-पिता

प्रश्न बह रहे अश्रु धार में, कौन करे अब सहायता

हो निरुत्तर पाक तुम बैठे,दुख में मौन भारत माता

तुझ संग आँचल फैला खड़ी, ले स्नेह प्यार का नाता

 

भारत माता के आँचल से बह रही अश्रु की धार

ऐ पाक नौनिहाल हत्याकांड पर भारत तेरे साथ

 

हर शिशु,हर कण भारत का,तेरे दुःख में विलापता

शिशुओं के दर्द चीत्कारों से भरत ह्रदय सित्कारता

वसुधैव कुटुम्बकम उच्चारती,भारत माँ है बाँहें फैलाए

ऐ पाक जगा विवेक, छोड़ अब आतंक के काले साए

भारत माता के आँचल से बह रही अश्रु की धार

ऐ पाक नौनिहाल हत्याकांड पर भारत तेरे साथ