कविता

प्यार के नापने का यन्त्र

काश!प्यार के नापने का कोई दुनिया में यन्त्र होता
किसको किससे कितना प्यार है इससे पता होता

अगर इस प्रकार के यन्त्र का कोई इजाद होता
तो ये मोबाइल की तरह सब की जेब में होता

सडक पर चलते चलते इसका प्रयोग होने लगता
प्यार जानने के लिए सबके दिल पर लगा होता

दिल पर लगा होता तो ये धडकनों से चला होता
न जेब खाली होती,और मुफ्त में ही रिचार्ज होता

जब एक दिल को दुसरे दिल के प्यार का पता होता
तब सडक पर खुले ही दो दिलो का तुरंत मिलन होता

तब ट्रेफिक का सिपाही इनको हरा सिग्नल तुरन्त देता
इस तरह प्यार का ट्रेफिक बड़े ही प्यार से चला होता

ना कोई सडक पर जाम होता,ना कोई परेशान होता
प्यार की मंजिल पर हर इंसान आसानी से पंहुचा होता

अगर किसी साईंसदा ने इस तरह का यन्त्र बना लिया होता
न किसी धर्म व जाति का बंधन,न प्यार पर अंकुश होता

अगर इस तरह का यन्त्र असलियत में बना होता
तो ये सारा संसार प्यार के धागे से जुडा  होता

आर के रस्तोगी