मोदी की सौगन्ध

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खाता हूँ सौगन्ध सविंधान की जो मुझे यहाँ तक लाया है |
करूँगा सब के साथ समान व्यवहार जो मुझे सिखाया है ||

रखूँगा नहीं बदले की भावना,सबको साथ में लेकर चलूँगा मै |
सब के साथ सबका विकास करूँगा,यही  सौगन्ध खाऊंगा मै ||

मै हूँ जनता का प्रधान सेवक,सबकी सेवा करूँगा मै |
जब तक मेरे शरीर में है प्राण,उसकी सेवा करूँगा मै ||

राष्ट हित है सर्वोच्च मेरे लिये,इसके बाहर न जाऊँगा मै |
अपने प्राणों की बलि देने में भी ,कभी न सुकचाऊँगा मै ||

विश्वास किया है जो मुझमे तुमने,उसको कभी नहीं तोडूगा मै |
तुम्हारे विश्वास से मेरे में विश्वास जगा उसे कम करूँगा न मै ||

आर के रस्तोगी 

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आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

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