कविता

9 अगस्त सन 42 को,क्रांतिकारियों ने बिगुल बजाया था |

9 अगस्त सन 42 को,क्रांतिकारियों ने बिगुल बजाया था | 
“अंग्रेजो भारत छोडो” ये पूरे भारत में नारा लगाया था ||

आज नई परिस्थितयो में,एक नया नारा हमे लगाना है |
पाक,अधिकृत कश्मीर छोडो,ये उसको हमने जताना है ||

भले आज सुभाष गाँधी नहीं,नये सुभाष गाँधी बनाना है |
पाक के नापाक पंजो से,अब पूरा कश्मीर हमे छुडाना है ||

वैसे तो पाक बौखलाया है,हाथ में कटोरा लिया हुआ है |
अब चढ़ाई कर दो उस पर,चारो तरफ से घिरा हुआ है || 

क्रांति दिवस के मौके पर,लाल चौक पर तिरंगा फहरेगा |
जो करेगा आना कानी, अब उसका सिर नही ठहरेगा ||

नई क्रान्ति होगी कश्मीर में,सबका विकास अब होगा |
सत्तर साल से जो पिछड़ा था,अब सबसे आगे होगा ||

आर के रस्तोगी