अमित शाह की नई टीम में मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को राष्ट्रीय महासचिव पद की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। इस नई जिम्मेदारी के साथ ही मध्य प्रदेश की राजनीति में उनके अगले मुख्यमंत्री के तौर पर सामने आने की सुगबुगाह शुरू हो गई है। मध्य प्रदेश के घोटालों और मोदी सरकार पर घोटालों के आरोप समेत, योग की राजनीति पर कैलाश जी से डॉ. प्रवीण तिवारी की खास बातचीत।
इंटरव्यू के मुख्य बिंदु….
आपके केंद्रीय नेतृत्व के नजदीक होने के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति मे सुगबुगाहट शुरू हो गई है। क्या कैलाश विजयवर्गीय मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में हैं?
मैं कभी किसी दौड़ में नहीं रहा हूं। आप वर्तमान में अच्छा करेंगे तो भविष्य अपने आप सुधर जाएगा। रामकृष्ण परमहंस ने निराश विवेकानंद से एक बार कहा था कि अतीत से संघर्ष करो, वर्तमान में स्वाभिमान और निडरता के साथ जिओ और भविष्य की योजना बनाओ। भविष्य कहा ले जाता है मैं नहीं कह सकता लेकिन वर्तमान में इतनी मेहनत करूंगा कि मुझ पर जिन लोगों ने विश्वास किया है उन्हें निराश न होना पड़े।
क्या आपके वर्तमान की मेहनत में भविष्य में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी भी है?
मैंने कहा न कि मैं कभी परिणामों के लिए काम नहीं करता। मुझे जो काम दिया गया है उसे ईमानदारी से करने में मेरी मेहनत होती है। मुझे क्या जिम्मेदारी देना है या नहीं देना है वो संगठन को तय करना है। एक कार्यकर्ता हूं जो भी काम कहा जाता है करता हूं।
इस वक्त मध्यप्रदेश में एक के बाद एक घोटाले सामने आ रहे हैं और इनसे मध्यप्रदेश सरकार भी दागदार हुई है?
मध्यप्रदेश में कोई राजनैतिक भ्रष्टाचार नहीं है। हाल के दिनों में व्यापम हो या मैट का घोटाला आदि ने प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। मध्य प्रदेश में प्रशासनिक भ्रष्टाचार है इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है।……..