राफेल हवाई जहाज


बोल रहा था पाक बड़े बोल,
उसकी बोलती बन्द कर आते।
पड़ा था रास्ते में पाक जब,
दो चार गोले छोड़ कर आते।।

अभी तो केवल पांच आए है,
दुश्मनों के दिल दहलने लगे है।
जब और आ जायेगे भारत में,
तब जल कर राख होने लगेगे।।

अपने भारत देश के अंदर भी,
कुछ मूर्खों की कमी नहीं है।
कहते है इन जहाजों पर कहीं,
एम आर पी तो लिखा नहीं है।।

पप्पू जैसे भैया भारत देश में,
नीचे से ही मूल्य आंक लेते हैं।
जमीन पर खड़े होकर ही वह,
जहाज का मूल्य झांक लेते हैं।।

देखकर भारत में आए राफेल,
पाक चीन ने शोक मनाया था।
ये तो कागज के बने हुए है
ऐसा जनता को समझाया था।।

आर के रस्तोगी

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आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

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