विविधा अंडमान-निकोबार के जारवा आदिवासियों को नचाने का मामला February 4, 2012 / February 4, 2012 by प्रमोद भार्गव | 2 Comments on अंडमान-निकोबार के जारवा आदिवासियों को नचाने का मामला आदिवासियों की लाचारी को भुनाने का गुनाह प्रमोद भार्गव जब किसी भी समाज की दशा और दिशा अर्थतंत्र तय करने लगते हैं तो मापदण्ड तय करने के तरीके बदलने लग जाते हैं। यही कारण है हम जिन्हें सभ्य और आधुनिक समाज का हिस्सा मानते हैं, वे लोग प्राकृतिक अवस्था में रह रहे लोगों को इंसान […] Read more » अंडमान-निकोबार जारवा आदिवासियों