बच्चों का पन्ना अंधकार की नहीं चलेगी February 10, 2013 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | 1 Comment on अंधकार की नहीं चलेगी मां बोली सूरज से बेटे,सुबह हुई तुम अब तक सोये| देख रही हूं कई दिनों से,रहते हो तुम खोये खोये| जब जाते हो सुबह काम पर,डरे डरे से तुम रहते हो| क्या है बोलो कष्ट तुम्हें प्रिय,साफ साफ क्यों रहते हो| सूरज बोला सुबह सुबह ही, कोहरा मुझे ढांप लेता है| निकल सकूं कैसे चंगुल […] Read more » अंधकार की नहीं चलेगी