कविता साहित्य अधूरी दास्ताँ November 17, 2016 by अर्पण जैन "अविचल" | Leave a Comment कुछ पुरानी यादें… और तुम्हारा साथ… वही पुराने प्रेम पत्र और अपनी बात… पलभर की गुस्ताख़ी, और अंधेरी रात… टूटें हुए मकान और सुना पड़ा खाट.. ‘अवि‘ के दिल के अरमान और आँसुओं की बरसात… सवेरे की लालिमा और घायल ज़ज्बात… सबकुछ सिर्फ़ तुम पर ही आकर ख़त्म हो जाता है… और तुमसे […] Read more » अधूरी दास्ताँ