कविता पवन पाण्डेय की कविता April 10, 2013 / April 10, 2013 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment अमूर्त और निःशब्द परम शांति तुम्हारे प्रेरक हैं प्रियवर समय के मूढ़ कोलाहल का हैं यह शमन? क्या एक त्वरित उपाय? या छद्म अहम् का मायाजाल? भई, मैं तो उस कवि का सजल-उल शिष्य हूँ जिसे नहीं चाहिए शांति उसे चाहिए क्रांति मुझे चाहिए संवेदना विस्तीर्ण नहीं चाहिए भाषा-प्रावीण्य चाहिए एक खगोलीय ककहरा […] Read more » अमूर्त