धर्म-अध्यात्म आर्यसमाज का लक्ष्य है ‘कृण्वन्तो विश्मार्यम्’ November 1, 2018 / November 1, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, महर्षि दयानन्द ने आर्यसमाज की स्थापना देश से अविद्या दूर करने के साथ वेदाज्ञा ‘‘कृण्वन्तो विश्वमार्यम्” अर्थात् समस्त विश्व को आर्य वा श्रेष्ठ विचारों सहित उत्तम आचरण वाला बनाने के लिये की थी। आर्यसमाज ने अपने 143 वर्षों के इतिहास में इस दिशा में अनेक महत्वपूर्ण कार्य किये हैं परन्तु किन्हीं कारणों […] Read more » अर्थ शुचिता अहंकारशून्यता आर्यसमाज का लक्ष्य है ‘कृण्वन्तो विश्मार्यम्’ महर्षि दयानन्द मितव्ययता विनम्रता