ज्योतिष
आइये जाने रोगों में ज्योतिष/हस्तरेखा और वास्तु की भूमिका ; Role of jyotish vastu in diseases
/ by पंडित दयानंद शास्त्री
रोग का कारण,ज्योतिष के नजरिये से— ज्योतिष शास्त्र के अनुसार लग्न कुण्डली के प्रथम भाव के नाम आत्मा, शरीर, होरा, देह, कल्प, मूर्ति, अंग, उदय, केन्द्र, कण्टक और चतुष्टय है। इस भाव से रूप, जातिजा आयु, सुख-दुख, विवेक, शील, स्वभाव आदि बातों का अध्ययन किया जाता है। लग्न भाव में मिथुन, कन्या, तुला व कुम्भ […]
Read more »